हरियाणा के कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार का दौरा किया। लुवास आगमन पर लुवास के कुलपति डॉ. गुरदियाल सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। अपने दौरे के दौरान कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन मंत्री ने लुवास विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ एक मीटिंग की जिसमें पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. दिवाकर प्रकाश शर्मा ने लुवास विश्वविद्यालय द्वारा पशुचिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान तथा विस्तार शिक्षा के क्षेत्र में हुई गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी, जिसमें उन्होंने विश्वविद्यालय में चल रही 90 अनुसंधान परियोजनाओं, हरधेनू नस्ल की गाय, पशुपालकों को ट्रेनिंग की सुविधा, विभिन्न राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ सहमति पत्रों का विशेष रूप से उल्लेख किया।
इस मीटिंग में मंत्री जी ने विश्वविद्यालय अधिकारीयों के साथ लुवास विश्वविद्यालय के नए प्रांगण मे चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी ली और किसी भी प्रकार के फंड आदि की जरूरत पर सहयोग का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उन्होंने जिले के पशुपालन अधिकारीयों जिनमें राजकीय पशुधन फार्म के सुपरीटेंडेंट डॉ. एस.के. बागोरिया, डॉ. सुभाष जांगड़ा, डॉ. बी.एस. संधू, डॉ. सभरवाल व अन्य के साथ पशुपालन विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डॉ. अभय सिंह यादव ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मंत्री जी ने मीटिंग में इस बात पर विशेष जोर दिया की हमारा मुख्य उद्देश्य प्रदेश के पशुपालकों को सस्ती व बेहतर पशुचिकित्सा सेवाएं देने पर रहेगा ताकि इस व्यवसाय से वे अधिक लाभ अर्जित कर सकें।
लुवास दौरे के दौरान मंत्री जी ने विश्वविद्यालय के पशुधन फार्म तथा नये लुवास के निर्माणाधीन कैंपस का भी दौरा किया और उन्होंने लुवास विश्वविद्यालय द्वारा विगत कुछ वर्षों में हुई प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा यहां कार्यरत वैज्ञानिकों, कर्मचारियों व छात्रों को बधाई दी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रवीन गोयल, कुलसचिव डॉ. हरीश कुमार गुलाटी, अधिष्ठाता, एच.आर.एम. निदेशिका डॉ. निर्मल सांगवान, स्नातकोत्तर अधिष्ठाता एवं विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. जगतबीर फोगाट, आई.पी.वी.एस. निदेशक डॉ. संदीप गेरा व अन्य अधिकारीगण, वैज्ञानिक उपस्थित रहे।
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