पशुपालन

जलवायु परिवर्तन का मवेशियो की उत्पादकता, प्रजनन क्षमता एवं स्वास्थ्य पर प्रभाव

जलवायु परिवर्तन विशेष रूप से ग्लोबल वार्मिंग, पशुओ की उत्पादक क्षमता को प्रभावित करता है। गर्मी से होने वाले तनाव (हीट स्ट्रेस) को कम करने के लिए पशु अपनी उपापचय क्रिया को बदलते हुए, खाने का सेवन कम कर देते हैं, जिससे पशुओ का वजन कम होने लगता है। >>>

पशुपालन समाचार

पशुओं में जलवायु परिवर्तन और गर्मी में तनाव पर प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और भा.कृ.अ.प. के राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना संयुक्त तत्वावधान में पशुधन में जलवायु परिवर्तन, गर्मी से तनाव, उनपर पड़ने वाले प्रभाव और उनके समाधान के विषय >>>

Climate Change
पशुपालन

भारतीय परिदृश्य में पशुओं तथा उनकी उत्पादकता पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव

वर्तमान परिदृश्य में बढ़ता हुआ वैश्विक तापमान एक अत्यंत ज्वलंत समस्या है जिसका प्रमुख कारण है जलवायु परिवर्तन। इस वैश्विक गर्मी का सीधा प्रभाव पशुधन स्वास्थ्य एवं उत्पादन दोनों पर ही पड़ता है। >>>

दुधारू पशुओं में ऊष्मीय तनाव का समुचित प्रबंधन
पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं में ऊष्मीय तनाव का समुचित प्रबंधन

पशुओं के शरीर की ऊष्मा छय करने की क्षमता व प्राकृतिक क्रियाओं से शारीरिक तापमान नियंत्रित नहीं हो पाता तो उसे उष्मीय तनाव अथवा हीट स्ट्रेस कहा जाता है >>>

पशुपालन

पशुओं में उष्मीय तनाव– प्रभाव एवं बचाव

भारत में देशी पशुओं की तुलना में विदेशी पशुओं में उच्च उष्मीय तनाव का प्रभाव ज्यादा देखने को मिलता है। इसी प्रकार अधिक दूध देने वाले दुधारू पशु भी इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं। >>>

पशुपालन समाचार

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए ग्रामीण स्तर पर जलवायु सुदृढ़ कार्यक्रमों पर विशेष जोर: केन्द्रीय कृषि मंत्री

प्रौद्योगिकी प्रदर्शन का लक्ष्‍य स्‍थान विशेष की प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करना है, ताकि किसानों के खेतों में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सके। हर जिले में एक प्रतिनिधि गांव को चुनकर जलवायु की दृष्टि से देश भर में फैले 151 अतिसंवेदनशील जिलों में यह कार्य किया जा रहा है >>>