गौवंश की रक्षा के लिए प्रदेश सरकार व्यापक स्तर पर गौशालाओं का निर्माण कर रही है- मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश

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4 सितम्बर 20 19: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि गौवंश की रक्षा के लिए प्रदेश सरकार व्यापक स्तर पर गौशालाओं का निर्माण कर रही है। साथ ही, इनमें रखे जाने वाले गौवंश के भोजन इत्यादि व्यवस्थओं को भी सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंश किसी भी दशा में सड़क एवं खेतों में दिखाई न दे। सभी गौवंशों को गौ आश्रय स्थलों में भेजा जाय तथा किसानों को भी प्रोत्साहित किया जाय कि वह गौवंश के पालन हेतु अपना सहयोग प्रदान करें। प्रदेश सरकार गौवंश पालन हेतु 900 रुपए प्रतिमाह प्रति गौवंश के हिसाब  से किसानों एवं गौशालाओं को दे रही है।

मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज जनपद मथुरा में पं0 दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सालय, पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान एवं  वेटरनरी कॉलेज में प्रधानमन्त्री जी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों से सम्बंधित बैठक में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि गौवंश से प्राप्त होने वाले गोबर को उपयोगी बनाने की आवश्यकता है। गोबर गैस को सिलेंडरों में रि-फिलिंग की पूरी योजना तैयार की जाय, जिससे उज्ज्वला योजना में दिये गये निःशुल्क कनेक्शनों  के लाभार्थी सस्ते दामों में गैस की रि-फिलिंग करा सकें। इस योजना को 11 सितम्बर में आयोजित होने वाले पशु मेले में प्रदर्शित भी किया जाय।

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प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण तथा इससे जानवरों को होने वाले खतरे पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्लास्टिक प्रत्येक रूप में नुकसानदायक है। जहां एक ओर प्लास्टिक खाने से गौवंश के पेट में भारी मात्रा में यह जमा हो जाता है, जिससे उसकी भूख एवं दूध देने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है, वहीं दूसरी ओर उपजाऊ भूमि को इससे काफी नुकसान होता है। इसके अलावा, प्लास्टिक/पालिथीन नाले-नालियों को चोक करने का बड़ा कारण बनते हैं। इसलिए उत्तर प्रदेश को पूर्ण रूप से प्लास्टिक से मुक्त करना होगा।

मुख्यमंत्री जी ने बैठक में जिलाधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि ब्रज क्षेत्र को प्लास्टिक से मुक्त कराकर मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने प्लास्टिक के विरुद्ध जन-आन्दोलन चलाने का आह्वान करते हुए इससे सभी सामाजिक संगठनों एवं आम जनता को जा ेड़ने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री जी ने स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि पूरे ब्रज क्षेत्र को पूर्णरूप से स्वच्छ रखकर मॉडल के रूप में तैयार किया जाय। उन्होंने अधिकारियों को इस बात की जांच के निर्देश दिए कि सभी लक्षित परिवार शौचालययुक्त हो गए हैं अथवा नहीं। यदि कोई परिवार शेष बचा है तो प्रत्येक दशा में 02 अक्टूबर तक शौचालय का निर्माण करा दिया जाय। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार सम्पूर्ण ब्रज क्षेत्र के तीर्थों का संरक्षण कर मूलस्वरूप में लाने का प्रयास कर रही है। साथ ही इस क्षेत्र को पर्यटन के आकर्षण के रूप में विकसित करने की भी योजना है।

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मुख्यमंत्री जी ने 11 सितम्बर को प्रधानमन्त्री जी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों की गहन समीक्षा की तथा उन स्थलों का निरीक्षण किया जहां प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। उन्होंने आयोजित होने वाले मेले को भव्य स्वरूप देने के निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस व् प्रशासनिक अधिकारियों को यह निर्देश दिये कि व्यवस्था इस प्रकार से की जाय, जिससे आम आदमी को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पडे़। इस अवसर पर पशुधन मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा, जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री बी0एल0 मीणा व अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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