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बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय के पशु शल्य चिकित्सा विभाग में चूहे का ऑपेरशन किया गया। चूहे को जब इलाज के लिए लाया गया था तब इसके एबडोमिनल रीजन में छोटा सा ट्यूमर था, लेकिन बाद में इसका आकार बढ़ता गया। चूहे का एक्सरे किया गया जिसमें पाया गया की चूहे के पेट का कोई आंतरिक अंग नहीं है, तत्पश्चात डॉक्टर रमेश तिवारी तथा डॉक्टर ज्ञानदेव सिंह के टीम ने चूहे का ऑपरेशन किया।
सर्जरी में इसोफ़्लुरेन इन्हेलेंट एनेस्थीसिया का इस्तेमाल किया गया। डॉ रमेश तिवारी ने बताया की छोटे प्राणियों में एनेस्थीसिया का प्रयोग खतरनाक हो सकता है और जान भी जाने का डर रहता है, परंतु डॉक्टरों के प्रयास से चूहे का सफल ऑपेरशन किया गया।
आश्चर्य की बात ये है की ट्यूमर का वजन 145 ग्राम है वहीं चूहे का वजन 105 ग्राम है। सर्जरी के बाद चूहे को 2 घंटे के लिए निरिक्षण में रखा गया तथा पूरी तरह रिकवरी के बाद ऑनर को सौंप दिया गया। इस टीम में डॉ रमेश कुमार तिवारी, डॉ ज्ञानदेव सिंह तथा पीजी छात्र अज्ञेय पुष्प शामिल थे।
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