पशुपालन

बर्ड फ्लू क्या है? और इतना घातक क्यों है?

बर्ड फ्लू का वायरस पूरी दुनिया में पोल्ट्री व्यवसाय के लिए गले की हड्डी बन गया है, क्योंकि यह ना दिखने वाली बीमारी से लेकर ऐसे घातक लक्षण दिखाने वाली बीमारी करता है जिसमें 100% मृत्यु >>>

पशुपालन

बोरोन- महत्वपूर्ण ट्रेस खनिज

बोरोन धातु के रूप-रंग का एक अधातु पदार्थ है जिसे रसायन विज्ञान में ‘बी’ के रूप में नामित किया गया है। जो उपभोग के विचार से शरीर में अतिसूक्ष्म मात्रा में पाया जाता है और ट्रेस/सूक्ष्म खनिज तत्व की श्रेणी में रखा गया है। >>>

पशुपालन

भैंसों में ग्रीष्मकालीन प्रबंधन

भैंसों में खराब थर्मोरेगुलेटरी सिस्टम होता है और विशेष रूप से गर्मियों में अत्यधिक जलवायु परिस्थितियों के प्रति संवेदनशील होते हैं। भैंस अपने काले शरीर के रंग के कारण मवेशियों की तुलना में >>>

पशुपालन समाचार

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय मे भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीकी से पैदा हुई बाछी

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के ईटीटी एवं आईवीएफ  प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से गायों मे भ्रूण प्रत्यारोपण कर सफलता पायी है। ज्ञात हो की इसी प्रयोगशाला में पिछले वर्ष बिहार में पहली बार भ्रूण-प्रत्यारोपित बाछी “नंदिनी” का जन्म हुआ था। >>>

पशुपालन समाचार

बौद्धिक संपदा अधिकार पर कार्यशाला का आयोजन

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान में बौद्धिक संपदा अधिकार पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के विशेषज्ञ के तौर पर वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के पेटेंट और डिजाइन आई.पी.आर के परीक्षक आशीष प्रभात उपस्थित थे। >>>

पशुपालन

हरी खाद का उपयोग से फसल की उत्पादकता में बढोतरी

हमारे देश में मृदा उवर्रता एवं उत्पादकता बढाने में हरी खाद का उपयोग प्राचीनकाल से चला आ रहा है। भूमि पर लगातार फसल उत्पादन के कारण मिट्टी में नेत्रजन एवं कार्बनिक पदार्थ की कमी बनी रहती है साथ ही >>>

पशुपालन

पशुओं में जनन क्षमता को लम्बे समय तक बनाये रखना

जनन क्षमता गौ पशुओं में जनन क्षमता (यौवनारम्भ) जन्म से लेकर 24-30 माह गौ पशु में, व भैंस में 30-36 माह मे आ जाती है। जिससे दुधारु पशु के जीवन में ब्यॉत की संख्याओं का मूल्यांकन किया जाता है। जिसे >>>

Buffalo Farm
पशुपालन

ग्रीष्म ऋतु में पशुओं की समुचित देखभाल

गर्मियों में पशुओं के समुचित प्रबंध पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उत्तरी पश्चिमी भारत में गर्मियां तेज व लंबे समय तक होती है। यहां गर्मियों में वायुमंडलीय तापमान 45 से 48 डिग्री सेल्सियस से भी >>>

कृत्रिम गर्भाधान AI
पशुपालन

कृत्रिम गर्भाधान: पशुपालको के लिए एक वरदान

रोगरहित नर पशु के उच्चकोटि वीर्य को मादा पशु के प्रजनन अंग में सही समय में सही स्थान पर कृत्रिम गर्भाधान उपकरण की मदद से डालना कृत्रिम गर्भाधान कहलाता है। कृत्रिम गर्भाधान की आवशयकता भारत के ग्राम >>>

Scrub Typhus
पशुओं की बीमारियाँ

स्क्रब टाइफस: एक पशुजन्य रोग

स्क्रब टाइफस ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाली गंभीर बीमारी है। स्क्रब टाइफस संक्रमित चिगर्स (माइट्स) के काटने से इंसानों में फैलता है। इस रोग को बुश टाइफस के नाम से भी जाना >>>

पशुपालन

पशुपालकों को वर्ष पर्यंत हरा चारा उत्पादन संबंधी दिशा निर्देश

जनवरी जई, बरसीम एवं रिजका मैं आवश्यकता के अनुरूप सिंचाई करते रहना चाहिए। चारे के लिए बोई गई बरसीम एवं जई में यदि बीज लेना हो तो जई को प्रथम कटाई के बाद एवं वरसीम को तीसरी कटाई के बाद कटाई बंद कर >>>

पशुपालन

पशुओं में जनन क्षमता को लम्बे समय तक बनाये रखना

जनन क्षमता गौ पशुओं में जनन क्षमता (यौवनारम्भ) जन्म से लेकर 24-30 माह गौ पशु में, व भैंस में 30-36 माह मे आ जाती है। जिससे दुधारु पशु के जीवन में ब्यॉत की संख्याओं का मूल्यांकन किया जाता है। जिसे >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में जननहीनता के कारण एवं लक्षण

जननहीनता पशुओं में प्रजनन की क्षमता कम हो जाती है। कारण 1. शरीर रचना संबंधी कारक (अ) शरीर रचना संबंधी आनुवांशिक कारण 1. अनुपस्थिति डिम्बाशय 2. अल्पविकसित डिम्बाशय 3. अंतर्लिगंता 4. श्वेत ओसर >>>

पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं में पुनरावृति प्रजनन (रिपीट ब्रीडिंग) प्रजननहीनता का कारण

रिपीट ब्रीडर गाय वह गाय है जो सामान्य जननांग एवं सामान्य स्राव के साथ सामान्य मदकाल होने पर भी, रोगरहित उच्चकोटि साँड अथवा उच्चकोटि वीर्य द्वारा लगातार 3 या अधिक से बार गर्भित कराने पर गर्भ धारण >>>