पशुचिकित्सा

कोविड-19 संकट में पशु-चिकित्सकों की प्रतिक्रिया

वर्ष 2020 की पहली छमाही की शुरुवात ही से शुरू, कोविड-19 वायरस दुनिया के लगभग सभी देशों में फैल गया है। कई देशों ने संक्रमण के प्रसार को कम करने के लिए देशव्यापी और क्षेत्रीय लॉक-डाउन की शुरुआत भी की >>>

पशुओं की बीमारियाँ

गर्मी एवं बरसात के मौसम में पशुओं में होने वाले पशु रोग एवं उनसे बचाव

गर्मी के मौसम में होने वाले पशु रोग अत्याधिक गर्मी के कारण लू लगना। गर्मी के कारण स्ट्रेस यानी व्याकुलता। पशुओं में किलनी/कलीली आदि का लगना। पशुओं के पेट में कीड़े पड़ना। पशुओं में दस्त >>>

पशुओं की बीमारियाँ

गाय भैंस के नवजात बच्चों के अतिसार (काफ स्कॉर) का प्रबंधन

नवजात बछड़ों एवं बछियों में, होने वाले अतिसार को कोलीसेप्टिसीमिया, सेपटीसीमिक कोलीबेसिलोसिस एवं काफ स्कॉर के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी प्रबंधन की कमी के कारण उत्पन्न हुई मानी जा सकती है। >>>

पशुओं में गर्भाशय की जड़ता कारण एवं निवारण
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में गर्भाशय की जड़ता: कारण एवं निवारण

यदि बच्चा देने की शुरुआत होने पर या बच्चा देने के समय गर्भाशय के संकुचन कमजोर हो या अनुपस्थित हो तो इस स्थिति को गर्भाशय की जड़ता अर्थात यूटेराइन इनरशिया कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है प्राथमिक >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में जेर रुकने की समस्या: कारण एवं समाधान

पशुओं में जेर रुकने की समस्या: ब्याने के 8 से 12 घंटे तक जेर यदि अपने आप नहीं निकलती तभी इसे जेर का रुकना माना जाता है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में मुख्य रक्त परजीवी रोगों के कारण एवं निवारण

पशुओं में पाए जाने वाले विभिन्न रक्त परजीवी रोग पशु चिकित्सा में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इन रक्त परजीवी रोगों से पशुओं का उत्पादन कम हो जाता है तथा ससमय उपचार न मिलने पर पशु की मृत्यु भी हो >>>

Method of making various medicines for the treatment of animals and their use
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं के उपचार के लिए विभिन्न औषधियां बनाने की विधि तथा उनका उपयोग

औषधि वह पदार्थ है जिन की निश्चित मात्रा शरीर में निश्चित प्रकार का असर दिखाती है। इनका प्रयोजन पशुओं के उपचार में होता है। किसी भी पदार्थ को औषधि के रूप में >>>

पशुपालन

नवजात बछड़े का प्रबंधन

माँ का पहला दूध अर्थात् खीस नवजात बछड़े को दिया जाने वाला सबसे पहला और जरूरी आहार है। खीस का निर्माण माँ के द्वारा बछड़े के जन्म से 3 से 7 दिन बाद तक किया जाता है >>>

पशुओं की बीमारियाँ

डेयरी पशुओं में सिस्टिक ओवेरियन डिजनरेशन

सिस्टिक ओवेरियन डिजनरेशन अंडाशय की वह स्थिति है जिसमें अंडाशय पर एक बड़ा सिस्ट या अप्राकृतिक फॉलिकल बन जाता है। जो लगभग 2.5 सेंटीमीटर या बड़े आकार का तरल पदार्थ से भरा हुआ यह सिस्ट कार्पस लुटियम की >>>

अप्रैल/ चैत्र माह में पशुपालन कार्यों का विवरण
पशुपालन

अप्रैल/ चैत्र माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

जायद के हरे चारे की बुवाई करें एवं बरसीम चारा बीज उत्पाद हेतु कटाई करें। अधिक आय हेतु स्वच्छ दुग्ध उत्पादन करें। 3 माह पूर्व कृत्रिम गर्भाधान कराए गए पशुओं का गर्भ परीक्षण कराएं। जो पशु गर्भित >>>

पशुपालन

डेयरी पशुओं में गर्भ की शीघ्र पहचान का महत्व एवं उसकी विधियां

पशुओं में प्राकृतिक अथवा कृत्रिम गर्भाधान के पश्चात गर्भ की शीघ्र पहचान करना आर्थिक दृष्टिकोण से अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। इसमें समय की बचत पर मुख्य रुप से ध्यान दिया जाना चाहिए, अर्थात जितनी जल्दी ह >>>