हरी खाद का उपयोग से फसल की उत्पादकता में बढोतरी
हमारे देश में मृदा उवर्रता एवं उत्पादकता बढाने में हरी खाद का उपयोग प्राचीनकाल से चला आ रहा है। भूमि पर लगातार फसल उत्पादन के कारण मिट्टी में नेत्रजन एवं कार्बनिक पदार्थ की कमी बनी रहती है साथ ही >>>
हमारे देश में मृदा उवर्रता एवं उत्पादकता बढाने में हरी खाद का उपयोग प्राचीनकाल से चला आ रहा है। भूमि पर लगातार फसल उत्पादन के कारण मिट्टी में नेत्रजन एवं कार्बनिक पदार्थ की कमी बनी रहती है साथ ही >>>
आधुनिक समय में मौसम की मार को देखते हुए खेत को जल्दी खाली करने के लिए दबाव बना रहता है। ऐसे में कंबाईन हारवेस्टर का उपयोग फसल को काटने में किया जाता है जिससे फसल में दाने तो अलग कर लिये जाते हैं लेकिन खेत में फसल के अवशेष बच जाते हैं जिनका किसान के लिए निष्पादन करना बहुत मुश्किल हो जाता है। >>>
फसल पकने के बाद इसकी कटाई की जाती है व दानों को अलग कर लिया जाता है। दानों को अलग करने के बाद बचे हुए अवशेषों को कृषि अवशेष कहा जाता है। >>>
फसल अवशेषों को हर रोज जलाया जा रहा है लेकिन वर्ष में दो बार, रब एवं खरीफ की फसल कटाई के बाद यह मुख्य रूप से देखने को मिलता है। दिन हो या रात फसल कटाई के बाद, बचे हुए अवशेषों में आग लगाना सामान्य घटना है। >>>