कुक्कुट पालन

मुर्गी पालन: युवा किसानों का आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम

भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां पर लोग खेती एवं पशुपालन करके अपना जीवन यापन करते हैं। आजकल लोग पशुपालन की तरफ ज्यादा अग्रसर हो रहे हैं, जिसमें मुर्गी पालन को भी एक बहुत अच्छा व्यवसाय माना जाता है। >>>

कोविड-19 के संक्रमण काल के अंतर्गत मुर्गीपालकों हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश
कुक्कुट पालन

कोविड-19 के संक्रमण काल के अंतर्गत मुर्गीपालकों हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश

कोविड-19 के संक्रमण काल के समय में पक्षी आवास गृह में आगंतुकों के आवागमन को प्रतिबंधित करें। पक्षी आवास गृह में कर्मचारियों की संख्या कम रखें। पशुपालकों को पक्षी आवास गृह में जाने से पूर्व मुंह पर म >>>

पशुपालन समाचार

छह दिवसीय कुक्कुट पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

बिहार में कुक्कुट पालन की संभावनाएं में लगातार इज़ाफ़ा देखने को मिला रहा है, सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलायी जा रही है, मगर गैर-प्रशिक्षित युवाओ को सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ मिलने में समस >>>

कुक्कुट पालन
कुक्कुट पालन

मुर्गियों में होने वाले सामान्य रोग एवं उपचार

मुर्गियों में होने वाले सामान्य रोग का प्रभाव मुख्यतः एक या दो मुर्गियों तक ही सीमित रहता है। इनके द्वारा यह रोग फैलता नहीं है तथा महामारी के रूप में नहीं होता है। मुर्गियों में होने वाले कुछ प्रमुख >>>

उत्तराखण्ड में प्रगतिशील पशुपालक मनमोहन सिंह चौहान की सफलता की कहानी
कुक्कुट पालन

उत्तराखण्ड में प्रगतिशील पशुपालक मनमोहन सिंह चौहान की सफलता की कहानी

पहाड़ों से पलायन एक अत्यंत गंभीर समस्या है और प्रायः यह देखा गया है कि पहाड़ों से एक बड़ी संख्या में लोग शहरों की तरफ नौकरी की तलाश में जाते हैं। कभी कभी ऐसा भी देखने को मिलता है कि शहर की नौकरी से >>>

कुक्कुट पालन

कुक्कुट आवास निर्माण की पद्धतियां

कुक्कुट को मांस या अंडे के उत्पादन के लिए उनकी आनुवांशिक क्षमता हासिल करने के लिए एक ऐसे वातावरण की जरूरत होती है, जिसमें वह अपनी शारीरिक आवश्यकताओं को पूरा कर सके, इसमें शामिल हैं उपयुक्त भौतिक वात >>>

पशुपोषण

लेयर नुट्रिशन से जुड़ी कुछ समस्याएँ एवं उनके समाधान

लेयर नुट्रिशन एक बहुत ही विशाल विज्ञान है जिसमें प्रतिदिन ही कुछ न कुछ नई खोज होती रहती हैं। अंडे देने वाली मुर्गियों को लेयर चिकन कहा जाता है। लेयर मुर्गियां 4-5 महीने में अंडे देना प्रारम्भ कर >>>

पशुपालन समाचार

देश में एवियन फ्लू की स्थिति

24 जनवरी 2021 तक 9 राज्यों (केरल, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब) में पोल्ट्री (कुक्कुट) पक्षियों में एवियन इन्फ्लुएं >>>

कुक्कुट पालन

बर्ड फ्लू प्रकोप के दौरान मुर्गी पालन में मांस और अंडे का सुरक्षित प्रबंधन, प्रसंस्करण और सेवन

वियन इन्फ्लूएंजा, या “बर्ड फ्लू” क्या है ? एवियन इन्फ्लूएंजा, या “बर्ड फ्लू” या “एवियन फ्लू” एक संक्रमण है जो एवियन इन्फ्लूएंजा (फ्लू) वायरस के कारण होता है। ये फ्लू वायरस पक्षियों के बीच >>>

कुक्कुट पालन

बर्ड फ्लूः कुक्कुट उद्योग से जुड़े लोगों के लिए जटिल समस्या

बर्ड फ्लू एक विषाणु द्वारा होने वाली मुख्यतः पक्षियों की जानलेवा बीमारी है। इसका वाइरस आर्थोमिक्सोविरिडी फैमिली का है तथा इस ग्रुप में तीन मुख्य प्रकार हैं टाइप ए , टाइप बी व टाइप सी। इसमें से टाइप >>>

पशुपालन समाचार

माननीय मंत्री पशुपालन श्रीमती रेखा आर्या ने “बर्ड फ्लू के बचाव एवं रोकथाम” विषय पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ  किया

पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड द्वारा बर्ड फ्लू के बचाव एवं रोकथाम के विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। देहरादून में सर्वे चौक के समीप आई.आर.डी.टी. सभागर में उक्त प्रशिक्षण >>>

पशुपालन समाचार

बर्ड फ्लू: पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक

पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव की अध्यक्षता में 12 जनवरी, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक हुई जिसमें 17 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में राज्यों को सलाह दी गई कि वे कार्ययोजना 2021 के >>>

पशुपालन समाचार

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अच्छी तरह पकाया हुआ चिकन पूरी तरह से सुरक्षित है

आजकल कई देश के कई राज्यों में मृत कौओं में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है। बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत के बाद से ही लोगों में डर बढ़ गया है और इसका असर सीधे देश में पोल्ट्री व्यवसाय >>>

कुक्कुट पालन

मुर्गियों में जैव सुरक्षा उपायों से बीमारियों का बचाव

जैव प्रबंधन एक ऐसी क्रिया है जिसके द्वारा फार्म में पाले जा रही मुर्गियों को बीमारी उत्पन्न करने वाले कारको जैसे जीवाणु, विषाणु, कवक इत्यादि को प्रवेश करने से ही रोक दिया जाता है एवं जैव सुरक्षा उपायों का अपनाने मात्र से ही मुर्गियों मे पनपने वाली अधिकांश बीमारियों से निजात पा सकते है। >>>