कुक्कुटों की आहार व्यवस्था

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आहार व्यवस्था, प्रबन्धन का प्रथामिक एवं मुख्य अंग है, क्योंकि कुक्कुट उत्पादन में प्रमुख व्यय आहार पर होता है जो कि 60-70 प्रतिशत तक होता है। अतः सफल कुक्कुट उत्पादन में आहार दक्षमता मुख्य कारकों में से एक कारक है, कुक्कुटों को 40 से अधिक तत्वों की आवश्यकता होती है। रासायनिक प्रकृति एवं कार्यो के आधाार पर उन्हें छः वर्गो में बांटा जा सकता है। पोषकों के इन गुणों में पानी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, खनिज और विटामिन आते हैं।

कुक्कुटों की आहार व्यवस्था

कार्बोहाइड्रेट एवं वसा उर्जा के प्रमुख स्त्रोत हैं। वसा, उर्जा का सान्द्र स्त्रोत होता है और कार्बोहाइड्रेट की अपेक्षा भार के आधार पर 2.25 गुना अधिक उर्जा उत्पन्न करता है। वसा आवश्यक वसा अम्लों की उदहरणार्थ- लिनोलीक, लिनोलेनिक एवं अरेचिडोनिक अम्लें के भी स्त्रोत होते हैं। प्रोटीन की आवश्यकता, आवश्यक तौर से अमीनों की आवश्यकता होती है। कुक्कुटों के लिए आवश्यक अमीनों अम्लों में आर्जीनीन, ग्लाइसीन, हिस्टीडीन, ल्यूसीन, आइसोल्युसीन, लाइसीन, मिथियोनीन, सिस्टीन और ट्रिप्टोफेन व्यवहारिक आहार में संकटकालीन अमीनों अम्ल हैं। खनिज एवं विटामिन उर्जा प्रदान नहीं करते हैं परन्तु वे षरीर में अपनेक चयापचयी क्रियाओं को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खनिज एवं विटामिन जो शरीर में संकटकालीन भूमिका निभाने वाले होते है, वे निम्नलिखित हैं-

खनिज

कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, तांबा, लोहा, मैगनीज और जस्ता।

विटामिन

विटामिन ए, विटामिन डी3, विटामिन ई, पाइरीडोक्सिन, राइबोफलाविन, पैंटोथेनिक अम्ल, निआसिन, फोलिक अम्ल, बी-12 और कोलीन।

संतुलित आहार

एक संतुलित आहार वह आहार है जो कि विभिन्न पोषकों को, जीवन निर्वाह एवं विभिन्न प्रकार की उत्पादन आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु, उचित अनुपात में उपलब्ध कराता है। कुक्कुटों के लिए आवश्यक पोषकों को आहार में उन खाद्य-पदार्थो के द्वारा उपलब्ध कराया जाना चाहिए जो  कि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध और आर्थिक दृष्टि से उपयोगी हो।

और देखें :  पशु आहार में हरे चारे की भूमिका

आहार अव्यव

परम्परागत कुक्कुट आहारों में अधिकतर अनेक अन्न जैसे कि मक्का, चावल, गेंहू, जई, जौं और कुछ अन्न उपजात्-जैसे कि गेंहू का चोकर, चावल पोलिस, पशु एवं वनस्पति प्रोटीन स्त्रोत जैसे कि मछली चूरा, मांस-चूरा सोयाबीन चूरा और मूंगफली खल इत्यादि उनकी उपलब्धता के अनुसार मिलाये जाते हैं। सम्पूर्ण आहार में खनिजों और विटामिनों की पर्याप्त मात्रा या तो रासायनिक दृष्टि से शुद्ध रूप में अथवा पोषकों के उच्च स्त्रोत वाले खाद्यों के रूप में मिलाई जाती है।

आहार के बढ़ते हुए मूल्य और परम्परागत खाद्य पदार्थो की गिरती उपलब्धता के कारण, लगातार और सघन उपायों द्वारा सस्य-प्रौद्योगिकी उपजातों के पोषक मूल्य ज्ञात करके कुक्कुट आहारों से अधिक मंहगे खाद्य पदार्थे को हटाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इस देश में कुक्कुट आहार तैयार करने के लिए निम्नलिखित प्रमुख खाद्य-पदार्थ प्रयोग किये जाते है।

कुक्कुटों की आहार व्यवस्था

परम्परागत कुक्कुट आहार

मक्का

यह अत्यधिक पाचक होती है और इसमें बहुत थोडा रेशा होता है। इसे उर्जा के स्त्रोत के रूप में प्रयोग करते हैं परन्तु इसमें प्रोटीन अर्थात लाइसीन एवं सल्फर वाली अमीनों अम्लों की न्यूनता होती है। पीली किस्में विटामिन ए और जैन्थोफिल का अच्छा स्त्रोत है। कुक्कुटों की पीली त्वचा वाली न्सलों के लिए जैन्थोफिल उत्तरदायी है।

जौ

उच्च रेशा प्रतिशत के कारण जौ अधिक स्वादिष्ट नहीं है और कुक्कुट आहार में इसकी मात्रा 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए।

जई

यह भी उच्च रेशा प्रतिशत के कारण बहुत स्वादिष्ट नहीं होता है। आहार में इसकी मात्रा 20 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसमें मैंगनीज की पर्याप्त मात्रा होने के कारण इससे हांॅक-डिसआर्डर, परों को नोंचना और केनीबालिज्म जैसी व्याधियों को नियंत्रण करने में सहायता मिलती है।

गेंहू

उर्जा आपूर्ति के लिए मक्का के स्थान पर गेंहू का प्रयोग किया जा सकता है।

और देखें :  डेयरी पशुओं से लाभ उपार्जन हेतु आवश्यक है संतुलित आहार

गेंहू का चोकर

इसमें रेशे, मैंगनीज और फासफोरस की अधिक मात्रा होती है। अतः इसका प्रभाव दस्तावर होता है। गेंहू का चोकर भार में हल्का भी होता है।

बाजरा

गेंहू की तरह पोषक और उपयोगी खाद्य पदार्थ है।

चावल

चावल के टूटे टुकडों से मक्का को स्थानापन्न किया जा सकता है।

चावल का घूटा

अन्य दानों को स्थानापन्न करने के लिए यह अच्छा खाद्य-पदार्थ है और आहार में 50 प्रतिशत तक प्रयोग किया जा सकता है। इसमें वसा की अधिक मात्रा होने के कारण गर्म दषाओं में भण्डारण करने पर यह खट्टा हो जाता है।

वसा रहित चावल पोलिस

इसका उर्जा मूल्य कम है क्योंकि इससे वसा हटा लिया जाता है। परंतु, प्रोटीन एवं भस्म इसमें प्रचुर मात्रा में होते है।

ज्वार

इसका पोषक मूल्य मक्का के अनुसार है। परन्तु इसमें प्रोटीन प्रतिशत अधिक होता है, स्वादिष्ट होती है और मक्का के स्थान पर इसका प्रयोग किया जा सकता है। ज्वार चूरा कुछ अमीनों अम्लों का अच्छा स्त्रोत है परन्तु तेल वाली खलियों से मंहगा होता है।

मूंगफली खल

यह बहुत स्वादिष्ट होती है और कुक्कुट आहारों में प्रोटीन के स्त्रोत के रूप में इसका प्रयोग किया जाता है। इसमें लगभग 40 प्रतिशत प्रोटीन होती है।

मछली चूरा

कुक्कुट आहार का यह एक अच्छा खाद्य पदार्थ है और पशु प्रोटीन का भी अच्छा स्त्रोत है। इसमें क्या मिलाया गया है जैसे कि सम्पूर्ण अस्थियों वाली मछली अथवा फिश कानरी खुरचन, उसी प्रकार इसके संघटन में भिन्नता पाई जाती है। अनेक भारतीय मछली चूराओं में 45-55 प्रतिशत प्रोटीन पाई जाती है। मछली चूरे में मछली के वल्कल की मात्रा से पोषक मूल्य में कमी आती है।

चूना पत्थर

यह कैल्शियम का स्त्रोत है। इसमें मैंगनिशियम की मात्रा 5 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए।

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ओयस्टर शैल

इसमें 38 प्रतिशत से अधिक कैल्शियम होता है। चूना पत्थर का यह अच्छा विकल्प है। यह बहुत स्वादिष्ट होता है।

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