बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के अंगीभूत संजय गाँधी गव्य प्रौधोगिकी संस्थान, पटना और आत्मा, भागलपुर के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय “डेयरी प्रबंधन एवं दुग्ध उत्पादन से मूल्यवृद्धि विषयक प्रशिक्षण का समापन हुआ।
समापन समारोह में पशुपालन विभाग के गव्य निदेशक संजय कुमार मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। अपने अभिभाषण में उन्होंने डेयरी व्यवसाय से जुड़े पशुपालकों और उद्यमियों को सरकार द्वारा डेयरी विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण की गुणवत्ता बेहतर होती है क्योंकि विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिए जाने के साथ प्रैक्टिकल पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अधिष्ठाता प्रो.डॉ.वीर सिंह राठौड़ ने निदेशक गव्य का स्वागत किया। उन्होंने अपने अभिभाषण में बताया कि दुग्ध उत्पादन के बाद दुध से उत्पाद बनाकर किसान भाई अधिक मुनाफा कमा सकते है गाँव में भी डेयरी व्यवसाय कर सकते है।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय, पटना के सहायक प्राध्यापक डॉ. संजय कुमार सिन्हा, डॉ. आर.के. शर्मा, डॉ. सुजित कुमार, डॉ. अमरेन्द्र कुमार, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूर्वी क्षेत्र के वैज्ञानिक डॉ. ए.के.सिंह, संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना के डॉ. ए.के.झा, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. सोनिया कुमारी, डॉ. सूर्यमणि कुमार, डॉ. बी.के.भारती, डॉ.बिनीता रानी, डॉ.जहॉगीर बादशाह, डॉ. बिपीन कुमार सिंह, श्री उपेन्द्र कुमार सिंह के अतिरिक्त पटना डेयरी प्रोजेक्ट के सहायक महाप्रबंधक, श्री सुशील कुमार, डेयरी प्लान के प्रबंधक, श्री रूपेश कुमार जी ने विशेष रूप से प्रशिक्षण सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निदेशक गव्य, बिहार एवं अधिष्ठाता, संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना के द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
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