30 नवम्बर 2019: केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन और डेयरी उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह ने सोनीपत जिला के गांव दीपालपुर स्थित ‘फिल्डलेन पिग फार्म’ का निरीक्षण किया। इस अवसर पर किसानो को संभोदित करते हुए श्री गिरीराज सिंह ने कहा कि गांव के पिछड़ेपन के लिए पूर्व की सरकारे जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने गांव के गरीब किसानों के लिए कोई ठोस नीतियां नहीं बनाई, जिस वजह से गांवों के चेहरे मुर्झाते गए। उन्होंने कहा कि कहा कि अब समय आ गया है कि गांवों में विकास की गति को तेज किया जाए। इसके लिए किसानों को ऊपर उठाना होगा। यह तभी होगा जब खेत अच्छे होंगे और उत्पादन अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसानों को परंपरागत खेती छोड़कर वैज्ञानिक विधि अपनानी होगी और पशुपालन की ओर कदम बढ़ाने होंगे, साथ ही कम होती जमीन को देखते हुए किसानों के लिए खेती के साथ पशुपालन फायदे का सौदा है। सरकारी आंकड़ो का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में सरकार को गेहूं-चावल की तुलना में पशुपालन से अधिक मुनाफा मिला।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार ने एक योजना की शुरुआत की है, जो व्यक्ति दूध न देने वाले चार पशुओं को पालेगा, उसे प्रति पशु 30 रुपए प्रतिदिन दिए जाएंगे। इसी तर्ज पर केंद्र भी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए योजना तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा आजादी के बाद शुरुआती दौर से ही कृषि व पशुपालन के लिए नीतियां बनाने की आवश्यकता थी। लेकिन एसा हुआ नहीं पर अब प्रधानमंत्री मोदी ने इस ओर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का मानना है कि “किसान खुशहाल तो गांव खुशहाल और गांव खुशहाल तो देश खुशहाल” बनेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. ओ.पी. चौधरी, भाजपा के जिलाध्यक्ष डॉ. धर्मबीर नांदल व उपाध्यक्ष अनिल झरोठी, मंजीत, सतीश कुमार हुड्डा, बिल्लू, रणबीर चहल आदि कई गणमान्य मौजूद थे।
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