झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी की तरफ से सभी निदेशालय में बेहतर पदाधिकारियों का पदस्थापन कर दिया गया है। सभी पदाधिकारी एक से बढ़कर एक है, अब इस टीम का काम है कि वह धरातल पर काम करके दिखाएं। यह बातें झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री श्री बादल ने कही। उन्होंने यह बातें विभागीय सचिव एवं निदेशालय के निदेशक के साथ समीक्षात्मक बैठक में इस बात को कहा, मंत्री श्री बादल ने सभी निदेशकों से उनके विभाग में चल रही योजनाओं को लेकर जानकारी प्राप्त की उन्होंने कहा कि विभाग को आगे ले जाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं, समय की प्रतिबद्धता के साथ विभाग के योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाए।
विभाग अंतर्गत विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को अविलंब भरने के लिए जेपीएससी/एसएससी को अधियाचना भेजें और उसे फॉलो अप करें.साथ-साथ वैसे पद जिन पर काफी लंबे समय से किसी का पदस्थापन नहीं किया जा सका है अथवा उच्च कोटि में पदाधिकारी या कर्मचारी की संख्या काफी कम है उसको चिन्हित करे।
विभागीय मंत्री ने निर्देशित करते हुए कहा है सभी निदेशकों को कि अपने-अपने निदेशालय अंतर्गत अधिनस्थ पदाधिकारी, कर्मचारियों के लंबित वेतन एमएसीपी तथा पेंशन सेवानिवृत्ति लाभ की समीक्षा कर त्वरित निष्पादन करें, सेवा सत्यापन का कार्य महीने के किसी एक दिन में करना सुनिश्चित करें ,ताकि विभाग के निदेशालय को कोर्ट केस से परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
सभी केंद्रीय एवं,राज्य योजनाओ का ससमय प्लान किया जाए एवं क्रियान्वयन हो जिसके लिए सभी स्तर की बैठक समय से पूर्व ही करें ,इसके लिए सर्वप्रथम कैलेंडर तैयार करें।
बीज वितरण हेतु पूर्व से निर्मित बीज वितरण नीति 2011 में यदि कोई संशोधन की आवश्यकता है तो उसका अध्ययन करते हुए प्रस्ताव जल्द से जल्द बढ़ाए जाएं तथा बीजों के वितरण के लिए वार्षिक कैलेंडर का निर्माण कार्य अविलंब पूर्ण किया जाए।
विभागीय स्तर पर जो भी निर्माण कार्य किए जाने हैं उसका अद्यतन स्थिति बताएं, लैंप्स एवं पैक्स को अधिक सुदृढ़ बनाए जाने तथा झारखंड राज्य कृषि विपणन परिषद को पुनर्जीवित किए जाने को लेकर भी बैठक में निर्देश दिए गए ।सब्जियों के लिए एमएसपी के निर्धारण, कृषि नीति तैयार करना, कृषि निर्यात नीति तैयार किए जाने पर भी युद्ध स्तर पर कार्य करने को कहा गया है।
वहीं विभागीय सचिव अबूबकर सिद्दीख ने भी निदेशकों को स्पष्ट तौर से कहा है की सभी योजनाओं पर काम समयबद्ध तरीके से किए जाएं, आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए बजट की तैयारी अभी से करें, इस वित्तीय वर्ष में जो योजनाएं है उसे धरातल पर उतारने के लिए दिन रात काम करें। जिससे विभाग की छवि बेहतर हो।
बैठक में मुख्य रूप से विभाग के कृषि निदेशक मनोज कुमार, कॉपरेटिव रजिस्टार मृत्युंजय वर्णवाल, निदेशक पशुपालन श्रीमती नैंसी सहाय, निदेशक उद्यान श्री वरुण रंजन, विषेष सचिव प्रदीप हजारी, मृदा संरक्षण निदेशक, मत्स्य विभाग निदेशक, सहित विभाग के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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