पशुपालन

सर्दियों/ शीत ऋतु में पशुओं का प्रबंधन

सर्दियों में पशुओं को ठंड से बचाना अत्यावश्यक है। यदि पशु को ठंडी हवा व धुंध/ कोहरा से बचाने का समुचित प्रबंध ना हो तो पशु बीमार पड़ जाते हैं जिससे उनके उत्पादन में तो गिरावट आती ही है साथ ही साथ पशु न्यूमोनिया जैसे रोगों के कारण मृत्यु को भी प्राप्त कर सकते हैं। >>>

पशुपालन समाचार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की गौशालाओं के संचालन की समीक्षा की

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगर जिले में संचालित सालरिया >>>

पशुपालन

सर्पदंश

भारत में सांपो की करीब 306 प्रजातियाँ पायी जाती है, जिनमे से 85 प्रजातियाँ जहरीली हैl लेकिन इन सब में से  चार  तरह के सांप कोबरा, रसेल वाईपर, सा स्केल्ड वाईपर और करैत सबसे खरतनाक है, >>>

पशुपालन

डेयरी पशुओं में प्रजनन क्षमता सुधार के लिए मद के लक्षणों की पहचान भी आवश्यक

प्रजनन ऐसी क्रिया जिसके द्वारा मादा के जननांगों में नर द्वारा प्राकृतिक तौर पर संभोग अथवा कृत्रिम रूप में नर वीर्य सेचन के बाद गर्भधारण होता है और मादा नये जीव अर्थात ‘संतान’ को जन्म देती है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

मादा पशुओं में प्रसव के पहले होने वाले रोग एवं उससे बचाव

मादा पशुओं में गर्भकाल के बाद बच्चों को जन्म देना प्रसव कहलाता है। प्रसव के समय मादा पशु का स्वास्थ्य सामान्य होना चाहिए तथा पशु को अधिक मोटा एंव दुर्बल नही होना चाहिए। >>>

पशुपोषण

गाभिन पशु का पोषण एवं प्रबंधन

गाभिन पशुओ की देखभाल का प्रमुख तथ्य यह है कि पशु को अपने जीवन निर्वाह व दूध देने के अतिरिक्त बच्चे के विकास के लिए भी पोषक तत्वों और ऊर्जा की आवश्यकता होती है। >>>

पशुपालन

डेयरी पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान: इतिहास, फायदे एवं सीमाएं

पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान एक ऐसी कला या विधि है जिसमें साँड से वीर्य लेकर उसको विभिन्न क्रियाओं के माध्यम से संचित किया जाता है। यह संचित किया हुआ वीर्य तरल नाइट्रोजन में कई वर्षों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

गाय-भैंसों में बाँझपन की समस्या एवं समाधान

आज बढ़ते हुये डेयरी व्यवसाय के कारण फिर से श्वेत क्रान्ति का दौर आ रहा है, परंतु हमारे देश के पशुयों की उत्पादन तथा पुनरोत्पादन क्षमता सामान्य से कम पाई गयी है। >>>

पशुपालन समाचार

देशव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम में विभाग ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है: पशुपालन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य

आज पशुपालन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड के निदेशालय में पशुपालन विभाग, यू.एल.डी.वी , यू.एस.डब्लू.डी.बी., एवं मत्स्य विभाग के सचिव, निदेशक और विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

मादा पशुओं में बांझपन कारण एवं बचाव

पशुओं में बच्चा ना पैदा होना या कम बच्चे पैदा होना ही बांझपन कहलाता है यानी प्रजनन शक्ति का ह्रास होना ही बांझपन कहलाता है। सामान्यत: प्रजनन अंगों में कोई बाधा या रूकावट होने से बांझपन की स्थिति पैदा हो जाती है। >>>

पशुपालन

भारत के डेयरी व्यवसाय में मादा लिंग वर्गीकृत वीर्य के उपयोग से प्रजनन क्रान्ति

गर्भाधान, चाहे वह प्राकृतिक हो या कृत्रिम, जीवित जीवों के बीच प्रजनन की विशेषता है। डेयरी पशुओं की लाभप्रदता आनुवंशिक रूप से उच्च उत्पादक मादा बछड़ियों के उत्पादन पर निर्भर करती है। >>>

पशुपालन समाचार

पशुपालन मंत्री ने किया विभाग की योजनाओं का स्थलीय निरिक्षण

उत्तराखण्ड राज्य की पशुपालन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती रेखा आर्य द्वारा पशु चिकित्सालय रानीपोखरी का निरीक्षण किया उन्होंने कई गौशालों में जाकर विभाग द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम तथा देशव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रमों की पशुपालकों से जानकारी ली। >>>

पशुपालन

उन्नतशील पशुपालन हेतु कुछ मुख्य दिशा निर्देश

दुग्ध व्यवसाय के लिए यह अति आवश्यक है की अति उत्तम नस्ल के पशुओं का उपयोग डेयरी व्यवसाय हेतु किया जाए जिससे कि जितना दुग्ध है उसका उत्पादन काफी हद तक बढे, क्योंकि हमारे प्रदेश में पशु केवल 700 से 1000 लीटर प्रति बयांत दूध देते हैं तथा जो संकर नस्ल के पशु हैं उनसे दुग्ध उत्पादन तीन से चार गुना अधिक प्राप्त होता है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में फास्फोरस की कमी से होने वाला पाईका रोग

बहुधा यह रोग कैल्शियम, फास्फोरस, नमक व अन्य खनिज तत्व तथा विटामिन की कमी के कारण होता है। इसके अलावा पाइका, के यह लक्षण जठरशोथ, अग्न्याशय की बीमारी रेबीज एवं मसूड़ों की सूजन आदि में भी होते हैं। >>>