भेड़ बकरी पालन

उत्तर प्रदेश के विंध्यांचल क्षेत्र में पाली जाने वाली सोनपरी बकरी के लक्षण

पशुपालन देश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसका कृषि जीडीपी में 27-32% योगदान है। पशुपालन के माध्यम से गरीबी उन्मूलन, पोषण सुरक्षा, ग्रामीण रोजगार, महिला सशक्तिकरण आदि मुद्दों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। >>>

भेड़ बकरी पालन

भेड़-बकरियों में फड़किया रोग (एंटरोटॉक्सिमिया)

यह भेड़ और बकरियों का एक जीवाणु जनित रोग है जो क्लोस्ट्रीडियम परफ्रेंजेंस के कारण होता है। ओवरईटिंग (वयस्कों में) या गुर्दा रोग (मेमनों में) के रूप में भी जाना जाता है। ये बैक्टीरिया सामान्य रूप से >>>

भेड़ बकरी पालन

ब्यात के दौरान बकरियों का रखरखाव

बकरियाँ सामान्यतः एक ब्यात में एक, दो या तीन बच्चे तक देती है। ब्यात के दौरान बकरियों को खास रखरखाव की बहुत आवश्यकता होती है। बकरियों में ब्यात की प्रक्रिया को किडिगं कहते है। बकरियों में ब्यात की >>>

पशुपालन समाचार

सिरोही नस्ल की बकरी रही ओवरआल चैंपियन

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में बकरी प्रदर्शनी-सह-गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस प्रदर्शनी में पटना, मुजफ्फरपुर, शेखपुरा व पटना के आस-पास के क्षेत्रों से लगभग 95 बकरी पलकों ने पंजीकरण कराया। >>>

पशुपालन समाचार

बकरियों में होने वाले थनैला रोग सम्बन्धी जानकारी एवं रोकथाम हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर के अंतर्गत पशु औषधि विभाग, पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय जबलपुर द्वारा संचालित परियोजना ‘‘रिफरेंस लेबोरेटरी फॉर मॉनिटरिंग ऑफ केप्राइन मे >>>

पशुपालन समाचार

बकरी पालन एवं मूल्य संवर्धन से उद्यमिता विकास विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और भा.कृ.अ.प. के राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना के संयुक्त तत्वाधान में बकरी पालन से उद्यमिता विकास पर कार्यशाला आयोजित किया गया। दो दिवसीय इस कार्यशाला में >>>

पशुपालन समाचार

कुक्कुट प्रसंस्करण में उद्यमिता पर कार्यशाला का आयोजन

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और भा.कृ.अ.प. के राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय में कुक्कुट प्रसंस्करण में उद्यमिता विषय पर कार्यशाला >>>

पशुपालन

बकरी मांस और उसके उत्पाद

आजीविका एवं खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सतत पशुधन उत्पादन का होना आवश्यक होता है जोकि पशु उत्पादों के कुशल उपयोग पर निर्भर करता है। कमोडिटी बाजार से प्राप्त मार्जिन घटने से बकरी >>>