पशुपालन समाचार

आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में विश्व पशु चिकित्सा दिवस- 2023 का आयोजन किया

आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के सहयोग से पशुपालन और डेयरी विभाग ने आज (29 अप्रैल, 2023) विज्ञान भवन, नई दिल्ली में विश्व पशु चिकित्सा दिवस-2023 का आयोजन किया। पशु और मानव स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी में पशु चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करने और उसे स्वीकारने पर आधारित था। >>>

पशुपालन समाचार

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में मनाया गया वर्ल्ड वेटरनरी डे

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय में वर्ल्ड वेटेरिनेरी डे मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-कृषि तकनीक एवं अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पटना (अटारी) के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार, कुलपति डॉ. रामेशवर सिंह, डीन डॉ. जे.के. प्रसाद, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. ए.के ठाकुर ने किया। कार्यक्रम के शुरुआत में डॉ. सह-संयोजक डॉ. बिपिन कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

एल.एस.डी. या गांठदार/ ढेलेदार त्वचा रोग/ लंपी स्किन डिजीज

भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय में तकनीकी सलाहकार (राष्ट्रीय गोकुल मिशन) के पद पर कार्यरत डॉ. चंद्रशेखर गोदारा ने बताया कि लंपी स्किन बीमारी या ढेलेदार त्वचा रोग एक वायरल बीमारी है (एलएसडी) >>>

पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओ मे ब्यांत के पश्चात होने वाली मुख्य बिमारी मिल्क फीवर (दुग्ध ज्वर)

दुग्ध ज्वर एक मेटाबोलिक (उपापचयी) रोग है जिसे अंग्रेजी में मिल्क फीवर रोग कहा जाता है, जो गाय या भैंस में ब्याहने से दो दिन पहले से लेकर तीन दिन बाद तक होता है। परन्तु कुछ पशुओं में यह रोग ब्याने के पश्चात 15 दिन तक भी हो सकता है। मिल्क फीवर पशु के शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण होता है। मिल्क फीवर ज्यादातर अधिक दूध देने वाली गाय या भैंस में होता है परन्तु यह रोग भेड़ बकरियों की दुधारू नस्लों में भी हो सकता है। >>>

पशुपालन समाचार

केंद्र सरकार ने पशु जन्म नियंत्रण नियमावली, 2023 अधिसूचित की

केंद्र सरकार ने पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत और पशु जन्म नियंत्रण ( कुत्ता ) नियमावली, 2021 के अधिक्रमण के बाद दिनांक 10 मार्च, 2023 के जीएसआर 193 ( ई ) के द्वारा पशु जन्म नियंत्रण नियमावली, 2023 अधिसूचित कर दी है। >>>

पशुपालन

गाभिन पशु का ग्रीष्म एवं वर्षा ऋतु में पोषण एवं प्रबन्धन

भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि एवं पशु पालन भारतीय अर्थव्यवस्था में विशेष महत्व रखते हैं, सकल धरेलु कृषि उत्पाद में पशुपालन का 30 प्रतिशत योगदान सराहनीय है, जिसमें दुग्ध एक ऐसा उत्पाद है जिसका योगदान सर्वाधिक है। >>>

पशुपालन समाचार

मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने पशु महामारी तैयारी पहल और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित “एक स्वास्थ्य के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता” का शुभारंभ किया

केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने आज पशु महामारी तैयारी पहल और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित “एक स्वास्थ्य के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता” का शुभारंभ किया, जिससे भारत की तैयारियों और एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण के अनुरुप संभावित पशु महामारी की प्रतिक्रिया को बढ़ावा दिया जा सके। >>>

पशुपालन समाचार

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दो-दिवसीय मेगा पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेला शुरू

भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय तथा आईसीएआर- केंद्रीय मवेशी अनुसंधान संस्थान, मेरठ ने पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेले का आयोजनकिया है, जिसका उद्घाटन आज 06 अप्रैल 2023 को मुख्य अतिथि माननीय श्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय सड़क परिवहन औरराजमार्ग मंत्री, भारत सरकार द्वारा विशिष्ट अतिथि माननीय श्री  परशोत्तम रूपाला, केन्द्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री तथामाननीय डॉ. संजीव कुमार बालयान, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री, भारत सरकार की उपस्थिति में दीप जलाकर किया गया >>>

कुक्कुट पालन

उत्तराखण्ड के राकेश सिंह ने बनाया बैकयार्ड मुर्गीपालन को अतिरिक्त आमदनी का साधन

वर्तमान में श्री राकेश मुर्गीपालन से जुड़े हुए हैं एवं भविष्य में भी जुड़े रहना चाहते हैं जिसके लिए ये अपना मुर्गी बाड़ा बढ़ा बनाना चाहते हैं ताकि 200 से अधिक मुर्गियाँ पाली जा सकें। >>>

पशुपालन समाचार

भविष्य में महामारियों से बचने का एकमात्र तरीका “वन हेल्थ”- सचिव, एएचडी

भविष्य की महामारियों से हमें बचाने का एकमात्र तरीका “वन हेल्थ” नामक एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना है, जो लोगों, जानवरों और पर्यावरण के स्वास्थ्य पर केंद्रित है। मजबूत पशु स्वास्थ्य प्रणालियां, वन हेल्थ दृष्टिकोण के आवश्यक भाग के रूप में बहुत महत्वपूर्ण हैं और गरीब किसानों की खाद्य सुरक्षा और आजीविका का समर्थन करने और उभरते संक्रामक रोगों (ईआईडी) और ज़ूनोसिस और एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) के जोखिम में कमी लाने के लिए आवश्यक हैं >>>

पशुपालन समाचार

बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय ने मनाया अपना 96वां स्थापना दिवस

अविभाजित भारत का पांचवा सबसे पुराना वेटरनरी कॉलेज में से एक बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय ने अपना 96 वां स्थापना दिवस रविवार को महाविद्यालय प्रांगण में मनाया। स्थापना दिवस की अध्यक्षता बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेशवर सिंह ने किया >>>