पशुपोषण

नवजात शिशु (बछड़े) का संतुलित आहार

पशु पालकों को चाहिए कि गाय व भैंस द्वारा जन्म देने के 1-2 घण्टे के भीतर फेनुस को या तो निकाले अथवा बछड़े को थन (छीमी) के पास ले जाकर थन (छीमी) को धीरे-धीरे उसमें >>>

डेरी पालन

स्वच्छ दूध का उत्पादन

खेती के पूरक व्यवसाय में दूध का व्यवसाय प्राचीनकालसेहि पारंपरिक चलता आ रहा महत्त्व का व्यवसाय हैं। दूध व्यवसाय के लिए मुख्य रूप से संकर गायों, देसी गायों , दुधारूं गायों और दुधारूं भैंसो को पाला जाता हैं। दुधारूं पशु पालना एक अच्छी बात है परन्तु स्वच्छ दूध का उत्पादन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। दूध उत्तम किस्म के प्रोटीन तथा कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है वही अस्वच्छ दूध कई बीमारियोंका वाहक भी होता है। >>>

डेरी पालन

नवजात दुधारू पशुओं का स्वास्थ्य प्रबंधन

नवजात दुधारू पशुओं के जीवित रहने और आगे के समय में विकसित होने के लिए यह अति आवश्यक है कि वह इन सभी चुनौतियों का सफलता पूर्वक सामना करे। हालाँकि अक्सर यह देखा >>>

पशुपालन समाचार
पशुपालन समाचार

डीआईडीएफ योजना के तहत 2% तक ब्याज अनुदान को बढ़ाकर 2.5% सालाना करने संबंधी संशोधन को मंज़ूरी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने डेयरी प्रसंस्करण >>>

पशुपालन

पशुओं को यूरिया खिलाने का महत्व एवं सावधानियाँ

एक किलोग्राम यूरिया में 7-9 किलोग्राम खली के बराबर नत्रजन होती है, जब पशु को यूरिया खिलायी जाती है तो रूमन में यह अमोनिया गैस में बदल जाती है और सूक्ष्म जीवाणुओं द्वारा प्रोटीन में परिवर्तन हो जाती है। पशु शरीर की प्रोटीन के विघटन से होने वाले इसके नत्रजन हास को भी कम किया जा सकता है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में लंगडा बुखार (‘ब्लैक क्वार्टर’ या Black Quarter या BQ)

पशुओं में लंगडा बुखार (‘ब्लैक क्वार्टर’ या Black Quarter या BQ) साधारण भाषा में जहरबाद, फड़सूजन, काला बाय, कृष्णजंधा, लंगड़िया, एकटंगा आदि नामों से भी जाना जाता है। यह रोग प्रायः सभी स्थानों पर पाया >>>

पशुओं की बीमारियाँ

बरसात के मौसम में कैसे करें पशुओं की देखभाल

पशुपालन के लिए पशुओं को खराब मौसम से बचाने की आवश्यकता होती है ताकि पशुओं से प्राप्त उत्पादन के स्तर को बनाए रखा जा सके एवं पशुपालन से मुनाफा कमाया जा सके। बरसात के मौसम में पशुओं का खास ख्याल रखना >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं को पेट के कीड़े की दवा देना इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

पशुओं में पेट के कीड़े एक बड़ी समस्या है। पशुओं में परजीवी संक्रमण से पशुपालक को भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ सकती है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं में थनैला रोग के लक्षण तथा रोकथाम

थनैला रोग (Mastitis) दुधारू पशुओं को लगने वाला एक रोग है। थनैला रोग से प्रभावित पशुओं को रोग के प्रारंभ में थन गर्म हो जाता हैं तथा उसमें दर्द एवं सूजन हो जाती है। शारीरिक तापमान भी बढ़ जाता हैं। >>>