पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में होनें वाले बिस्सी रोग (फैष्योलोसिस या लिवर फ्लूक रोग) और उससे बचाव

यह रोग यकृत में पाए जाने वाले फेसियोला प्रजाति के चपटे , पत्ती के आकर के हल्के या गहरे भूरे रंग के पैरासाइट द्वारा होता है। इसकी एक प्रजाति पहाड़ी व पर्वतीय इलाकों में रह रहे पशुओं में पाई जाती है >>>

पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं के प्रमुख रोग व उनका उपचार

दुधारू पशुओं में अनेक कारणों से बहुत सी बीमारियाँ होती है। सूक्ष्म विषाणु, जीवाणु, फफूंदी, अंत: व ब्रह्मा परजीवी, प्रोटोजोआ, कुपोषण तथा शरीर के अंदर की चयापचय (मेटाबोलिज्म) क्रिया में विकार आदि प्रमुख कारणों में है >>>

पशुओं की बीमारियाँ

बकरियों में प्रतिरोधक कृमियों की समस्या

बकरियों में कृमि मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं। फीता कृमि: ये पशुओं की आंतों में पाये जाते हैं तथा अपने पोषण के लिये पशुओं पर निर्भर करते हैं। पर्ण कृमि: ये पत्तीनुमा होते हैं तथा यकृत, >>>

पशुपालन

सितंबर/ भादो माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

सितंबर/ भादो माह संतति को खीस/ कोलोस्ट्रम अवश्य पिलाएं। अवशेष पशुओं में एचएस तथा बीक्यू का टीका लगवाएं। खुर पका मुंह पका का टीका अवश्य लगवाएं। [irp] पशुओं को कृमि नाशक औषधि का पान कराएं >>>

अगस्त/ सावन माह में पशुपालन कार्यों का विवरण
पशुपालन

अगस्त/ सावन माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

नए खरीदे गए पशुओं तथा अवशेष पशुओं में गलाघोटू एवं लंगडिया बुखार का टीका लगवाए। यकृत क्रम के हेतु कृमि नाशक औषधि पान कराएं। >>>

पशुओं में होनें वाले परजीवी कीट रोग
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में होनें वाले परजीवी कीट रोग और उससे बचाव

पशु के शरीर में विभिन्न प्रकार के परजीवी निवास किया करते हैं। अपने भोजन के लिए ये दूसरे जीव के शरीर पर निर्भर रहते हैं। अतः जिस पशु के शरीर में ये निवास करते हैं , उस पशु के स्वास्थ्य में कुप्रभाव >>>

पशुओं की बीमारियाँ

रोमन्थी पशुओं में कृमिजनित बीमारियाँ

ज्यादातर जठरआंत परजीवी एक पशु से दूसरे पशु में गोबर में आने वाले अण्डों द्वारा फैलते हैं। बारिश के बाद ये अण्डे काफी ज्यादा बड़े एरिया में फैल जाते हैं तथा घास द्वारा अन्य पशुओं में फैलते हैं। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पालतु पशुओं में अंतःकृमियों के दुष्प्रभाव एवं निवारण

पशुओं की उत्पादकता में सुधार करना मुख्य चुनौतियों में से एक है जिसमें अंतःकृमियों, जिन्हें आमतौर पर पेट के कीड़े कहा जाता है, का प्रत्याक्रमण अतिमहत्वपूर्ण है। आमतौर पर पशुओं में अंतःकृमियों का प्रको >>>

पशुओं की बीमारियाँ

परजीवियों के अन्तःसहजीवक (एंडोंसिमबायोन्ट): एक वैकल्पिक परजीवी नियंत्रण लक्ष्य

भारत मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान देश है जिसकी आबादी का लगभग 70 प्रतिशत कृषि और उसके संबद्ध क्षेत्र पर निर्भर है। भारत का पशुधन क्षेत्र, दुनिया में सबसे बड़ा है। परजीवी रोग, भारत सहित विश्वव्याापी >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में अंत: परजीवी रोग, उपचार एवं बचाव

अपना देश भारत दुग्ध उत्पादन में विगत कई वर्षों से विश्व में प्रथम स्थान पर है परंतु हमारे देश में प्रति पशु उत्पादकता अत्यंत न्यून है। किसी भी पशु की उत्पादकता को बनाए रखने के लिए उसका स्वस्थ होना नितांत आवश्यक है। >>>