बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय ने मनाया अपना 95वां स्थापना दिवस

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बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यालय बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय ने अपना 95वां स्थापना दिवस मनाया, इस अवसर पर पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, पटना के भूतपूर्व निदेशक डॉ. एल.एन मंडल और डॉ अलाउद्दीन अहमद भूतपूर्व कुलपति शेर-ए-कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय-सह-डीडीजी भा.कृ.आ.प विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. (कैप्टेन) ए.जी. बंद्योपाध्याय, डीन डॉ.जे.के. प्रसाद व स्थापना दिवस समारोह के आयोजन सचिव सहायक प्राध्यापक-सह-हेड, फार्माकोलॉजी विभाग डॉ. निर्भय कुमार ने दीप जलाकर किया।

आयोजन सचिव और डीन द्वारा वह उपस्थित सभी पूर्ववर्ती छात्र, अतिथियों और भूतपूर्व पदाधिकारियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने अपने अभिभाषण में कहा की मुझे यह बताते हुए बहुत संतोष हो रहा है की मैं जिस कॉलेज में पढ़ा हूँ आज उसी के विश्वविद्यालय में कुलसचिव के तौर पर कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, उन्होंने महाविद्यालय के अब तक के यात्रा पर प्रकाश डालते हुए वहां मौजूद उनके तमाम शिक्षकों का अभिवादन किया और आभार प्रकट किया।

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पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, पटना के भूतपूर्व निदेशक डॉ. एल.एन मंडल ने महाविद्यालय से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया साथ ही उन्होंने ये भी कहा की आज के चिकित्सा पद्धति में जांच को विशेष महत्त्व दिया जाता है, चिकित्सक को लक्षण से बीमारी के प्रति आश्वस्त होने पर भी जांच के लिए रेफेर कर दिया जाता है, और जांच बहुत महंगे होते है, उन्होंने कहा की अगर चिकित्सक लक्षण देखकर ही बीमारी के प्रति शत-प्रतिशत आश्वस्त है तो अनावश्यक जांच के लिए न भेजे। डॉ. अलाउद्दीन अहमद खान ने भी महाविद्यालय में बिताये गए अपने अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के डीन डॉ. जे.के. प्रसाद ने कहा की आने वाले 4 सालों में यह महाविद्यालय अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा, 95 साल के लम्बे समय में इस महाविद्यालय ने काफी कुछ देखा है और कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं, इस महाविद्यालय का एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। वर्तमान समय में यह महाविद्यालय नए तकनीक और समय के साथ खुद को अपडेट रख कर आगे बढ़ रहा है। इस महाविद्यालय में पढ़ रहे छात्र गर्व करें की वे एक गौरवशाली इतिहास का हिस्सा है।

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इस अवसर पर सतत पशुधन उत्पादन पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया जिसमे महाविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र डॉ (कैप्टेन) तनवीर आलम, मार्केटिंग डायरेक्टर (पशु पोषण), केमिन इंडस्ट्रीज साउथ ईस्ट एशिया प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई, डॉ. नवीन कुमार, बिज़नेस डायरेक्टर, डेलस्ट एशिया लिमिटेड, दिल्ली और डॉ. निलय प्रसाद, डायरेक्टर, वेटोजेन एनिमल हेल्थ, बंगलौर ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।

मौके पर निदेशक प्रसार डॉ. ठाकुर, निदेशक छात्र कल्याण डॉ. रमण कुमार त्रिवेदी,डॉ. एस.पी शर्मा, डॉ.सी सिंह, डॉ. एस.आर.पी. सिन्हा, डॉ. रामबाबू सहित बड़ी संख्या में पूर्ववर्ती छात्र, महाविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी और कर्मचारी मौजूद थे।

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