श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने गुजरात के प्रतिष्ठित स्थल पर आयोजित योगोत्सव में हिस्सा लिया

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भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन कर रही है और इसके तहत आयुष मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) की उलटी गिनती (काउन्टडाउन) के रूप में कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।

भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन व डेयरी विभाग ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और गुजरात कॉपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) की सहभागिता में गुजरात के प्रतिष्ठित स्थान सोमनाथ में आज आईडीवाई-2022 योगोत्सव की उलटी गिनती के कार्यक्रम का आयोजन किया। इस योगोत्सव का मुख्य विषय सही जीवन और पौष्टिक भोजन के साथ योग है।

इस योगोत्सव में भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं, इस कार्यक्रम में गुजरात सरकार के पशुपालन और गौ-प्रजनन मंत्री श्री देवाभाई मलम, माननीय संसद सदस्य (जूनागढ़- गिर, सोमनाथ) श्री राजेश चुडासमा व पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव श्री अतुल चतुर्वेदी की गरिमामयी उपस्थिति थी।

इन गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद श्री निरमदान गढ़वी ने लोक प्रदर्शन ‘दयारो’ और श्री अपूर्व ओम ने योग का प्रदर्शन किया। वहीं, एनडीडीबी के अध्यक्ष श्री मीनेश शाह ने गणमान्य व्यक्तियों और आसपास के क्षेत्रों से आए डेयरी किसानों का स्वागत किया।

भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने योगोत्सव के अपने संबोधन में कहा कि योग की विश्वव्यापी स्वीकृति भारत के लिए गर्व की बात है, क्योंकि योग हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा, “व्यक्ति को न केवल व्यायाम (योग के माध्यम से) बल्कि स्वस्थ और पौष्टिक भोजन की भी जरूरत होती है। यह बेहतर तरीके से स्थापित है कि दूध सभी महत्वपूर्ण आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है और लगभग एक संपूर्ण भोजन है।” श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बताया कि आज हम विश्व के सबसे बड़े दुग्ध उत्पादक हैं। वर्ष 2020-21 के दौरान 209.96 मिलियन टन दूध का वार्षिक उत्पादन किया गया है। श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि चूंकि यह क्षेत्र उद्योग और कृषि के बीच महत्वपूर्ण संबंध प्रदान करता है और भारत के विकास के लिए काफी महत्व का है, इसे देखते हुए यह सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन कर रहा है। उन्होंने एनडीडीबी विकसित गोबर गैस घोल आधारित जैविक खाद और शिशु संजीवनी (सुपोषण किट) को लॉन्च किया।

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पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव श्री अतुल चतुर्वेदी ने इस पर जोर देकर कहा कि जब योग को समुदाय और समाज में अपनाया जाता है तो यह स्थायी जीवन का मार्ग प्रदान करता है। उन्होंने आगे बताया कि विभाग का उद्देश्य दूध और डेयरी उत्पादों को बढ़ावा देकर अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य और कल्याण के लिए जन आंदोलन के रूप में आईडीवाई- 2022 की गतिविधियों के दायरे में लाना है। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि विभाग डेयरी सहकारी समितियों, व्यक्तियों और निजी कंपनियों के लाभ के लिए कई योजनाएं संचालित कर रहा है। इनमें एफएमडी व ब्रुसीलोसिस सहित अन्य पशु रोगों का उन्मूलन और पशुओं के चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।

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गुजरात सरकार के पशुपालन व गौ-प्रजनन मंत्री श्री देवाभाई मलम और माननीय संसद सदस्य (जूनागढ़- गिर, सोमनाथ) श्री राजेश चुडासमा ने हमारे दैनिक जीवन में योग के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि यह आयोजन हमारे जीवन व विश्वदृष्टि में योग की भावना को प्रचारित करने और विकसित करने के लिए प्रभाव व संकल्प उत्पन्न करेगा।

केंद्रीय मंत्री ने अरब सागर में डूबते सूरज की पृष्ठभूमि में सोमनाथ मंदिर के परिसर में जूनागढ़, अमरेली, गिर सोमनाथ और राजकोट के हजार से अधिक डेयरी किसानों के साथ योग सत्र में हिस्सा लिया। वहीं, योगोत्सव में पूरे देश के विभिन्न सहकारी और दुग्ध उत्पादक कंपनियों के 7 लाख से अधिक डेयरी किसानों ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर योग का अभ्यास किया।

भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग के संयुक्त सचिव श्री जीएन सिंह ने इस कार्यक्रम का समापन किया। उन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों, राज्य प्रशासन, एनडीडीबी, जीसीएमएमएफ और प्रतिभागी डेयरी किसानों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से 21 जून, 2022 को गुजरात के मोढेरा सूर्य मंदिर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई)- 2022 मनाएगा।

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