केरल के पशुपालन मंत्री के. राजू ने पशु चिकित्सा स्नातकों से कहा बाड़ पीड़ितों की मदद करें

5
(50)

केरल के पशुपालन मंत्री के. राजू ने केरल पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में बोलते हुए पशु चिकित्सा स्नातकों से कहा कि राज्य में हुई हालिया जलप्रलय के बाड़ पीड़ितों की मदद करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बाढ़ और जलवायु परिवर्तन मुख्य संकट हैं, राज्य में हालिया बाढ़ ने पूरी आबादी, खासकर किसानों को बहुत प्रभावित किया है। बाड़ में हजारों किसानों ने अपनी भूमि और पशुओं को खो दिया है तथा उन्हें वापस लाना आसान नहीं है। श्री राजू जो विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर भी हैं, ने कहा हमें नए समाधानों के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है जिससे बेहतर जीवन का पुनर्निर्माण किया जा सकता है। मंत्री ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय इन दोनों मुद्दों पर प्रभावी हस्तक्षेप करने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने कहा, “पशुपालन और सहयोगी विषयों में स्नातक होने के नाते, आप में से प्रत्येक को नेतृत्व के अवसर उठाने की जरूरत है जो हमारे किसानों की रहने वाली स्थितियों में सुधार ला सकता है।”

केरल के पशुपालन मंत्री के. राजू ने पशु चिकित्सा स्नातकों से कहा बाड़ पीड़ितों की मदद करें

दीक्षांत समारोह के दौरान, कुल 226 छात्रों को प्रमाणपत्र वितरित किये गए, इनमें से 8 डॉक्टरेट छात्र थे। विभिन्न विषयों में उत्कर्ष्ट 18 छात्रों को विश्वविद्यालय के स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। तमिलनाडु पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति सी. बालचंद्रन समारोह में मुख्य अतिथि थे। विश्वविद्यालय के कुलपति अनिल जेवियर ने सभा का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जोसेफ मैथ्यू ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। समारोह में  विधायक सी.के. ससीन्द्रन,  ओ.आर. केलु,  ग्राम पंचायत अध्यक्ष उषा कुमारी, विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड के सदस्य और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

और देखें :  भैंस पालन में बाधक कारक और उनका निवारण

यह लेख कितना उपयोगी था?

इस लेख की समीक्षा करने के लिए स्टार पर क्लिक करें!

औसत रेटिंग 5 ⭐ (50 Review)

अब तक कोई समीक्षा नहीं! इस लेख की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

हमें खेद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी नहीं थी!

कृपया हमें इस लेख में सुधार करने में मदद करें!

हमें बताएं कि हम इस लेख को कैसे सुधार सकते हैं?

Author

और देखें :  फरवरी/ माघ माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*