नोबेल कोरोना कोविद-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु राष्ट्रीय स्तर पर तालाबंदी घोषित किये जाने के कारण अनेकों गोसदानों के संचालकों द्वारा गोप्रेमी दान दाताओं से सक्रीय संपर्क न हो पाने के कारण, गोवंश भरण-पोषण मद में तत्काल राजकीय सहायता उपलब्ध कराये जाने की मांग की गई है। अनेकों पशु प्रेमियों तथा उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड की सदस्य द्वारा राज्यान्तर्गत निराश्रित पशुओं (श्वान पशुओं/गौवंश/अश्ववंशीय पशुओं) के भरण-पोषण मद में राजकीय सहायता दिए जाने की मांग की गई। तद्क्रम में आज श्रीमती रेखा आर्य मा० राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पशुपालन, महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग, उत्तराखण्ड सरकार (पदेन अध्यक्ष उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड) की अध्यक्षता में, उत्तराखण्ड गौवंश संरक्षण अधिनियम के प्राविधानों के अनुरूप गठित राजकीय अनुदान चयन समिति की बैठक आहुत की गई।
बैठक में 30 मान्यता प्रदत्त एवं अर्ह गौसदनों को, भरण-पोषण मद में, उनके शरणागत गौवंश की औसत संख्या के आलोक में समानुपातिक आधार पर रु० 2.30 करोड़ का राजकीय अनुदान आबंटित किये जाने का निर्णय लिया गया। राजकीय पशुधन प्रक्षेत्र पशुलोक अंतर्गत गौशाला निर्माण मद में रु० 20.00 लाख की बजट धनराशि आबंटित किये जाने का निर्णय लिया गया।
नोबेल कोरोना कोविद-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु राष्ट्रीय स्तर पर तालाबंदी की अवधि में राज्यान्तर्गत निराश्रित पशुओं (श्वान पशुओं/गौवंश/अश्ववंशीय पशुओं) के भरण-पोषण मद में राजकीय सहायता के क्रम में जनपदवार समीक्षा में अवगत हुआ कि, राज्य के आठ जनपदों में सम्बंधित जिलाधिकारियों द्वारा इस क्रम में सम्बंधित मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारियों को एस०डी०आर०एफ़० फंड / अनटाईड फंड से कुल 56.88 लाख की बजट धनराशि आबंटित की गई है। अवगत कराया गया कि पशुपालन विभाग के कार्मिकों तथा विभिन्न गैर सरकारी पशुकल्याण संस्थाओं एवं पशुप्रेमियों के सक्रिय सहयोग से, दिनांक 04 मई 2020 तक राज्यान्तर्गत कुल 1,04,490 निराश्रित श्वान पशुओं तथा 83,139 गौवंश एवं अन्य मवेशियों का भरण-पोषण किया गया है। मा० पशुपालन मंत्रीजी द्वारा अपेक्षा व्यक्त की गई है कि, इस मद में यथोचित राशि आबंटित की जाय। जनपद देहरादून एवं उधमसिंह नगर में निराश्रित पशुओं की संख्या के अनुरूप अतिरिक्त बजट राशि आबंटित की जाय।
बैठक में डॉ० विनोद आर्य मा० उपाध्यक्ष, उत्तराखण्ड पशुकल्याण बोर्ड, पं० राजेन्द्र अंथवाल, मा० उपाध्यक्ष, उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग, डॉ० के०के० जोशी, निदेशक पशुपालन विभाग, उत्तराखण्ड, डॉ० आशुतोष जोशी संयुक्त निदेशक (प्रभारी अधिकारी, उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड) एवं डॉ० डी० के० सेमवाल प्रभारी अधिकारी, उत्तराखण्ड गौसेवा आयोग द्वारा प्रतिभाग किया गया।
Be the first to comment