बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के रेजिडेंट इंस्ट्रक्शन-सह-डीन स्नातकोत्तर शिक्षा निदेशालय द्वारा तीन दिवसीय वर्चुअल फैकल्टी ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया था। यह आयोजन विश्वविद्यालय के अंगीभूत बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय में नवनियुक्त शिक्षकों के लिए किया गया था जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के कार्यप्रणाली से वाकिफ करना था। ओरिएंटेशन का ऑनलाइन शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने किया जिसमे उन्होंने शिक्षकों को सम्बोधित किया, अपने सम्बोधन में श्री सिंह ने शिक्षकों का दायित्व, आचरण, विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए अपनाये जाने वाले महत्वपूर्ण बातों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा की सभी शिक्षक पठन-पाठन में मॉडर्न तकनीक का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें। उन्होंने कहा की एक शिक्षक भविष्य के निर्माता होते है, और ये चीज़ सभी शिक्षकों को समझना चाहिए और ईमानदारी पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए।
तीन दिनों तक चलने वाले इस वर्चुअल ओरिएंटेशन में 12 शिक्षकों ने भाग लिया, इस प्रोग्राम में निदेशक, रेजिडेंट इंस्ट्रक्शन-सह-डीन स्नातकोत्तर शिक्षा डॉ वीर सिंह राठौर ने ‘एक आदर्श शिक्षक/ प्रोफेसर का विकास’ पर अपना व्याख्यान दिया साथ ही स्नातकोत्तर में पढ़ाने की पद्धति और मानव संसाधन कार्यों निष्पादन से सम्बंधित जानकारियां दिया, निदेशक अनुसन्धान, डॉ. रविंद्र कुमार ने विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न शोध कार्यक्रमों की जानकारी दी, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एके ठाकुर ने विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा और इसके तहत किये जा रहे कार्यो की चर्चा की, निदेशक छात्र कल्याण डॉ. रमन कुमार त्रिवेदी ने छात्र कल्याण की कार्यप्रणाली और एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज के आयोजन की जानकारी दी, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार कपूर ने विश्वविद्यालय के प्रबंधन और अन्य कार्यो के बारे में विस्तारपूर्वक बताया, बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जेके प्रसाद ने भारत में पशुचिकित्सा और वेटरनरी कौंसिल ऑफ़ इंडिया के नियम और विभिन्न पाठ्यक्रमों के संचालन सम्बंधित जानकारियां साझा की, विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक डॉ.जी.सी प्रसाद ने शिक्षकों को एकाउंट्स, बजट, सैलरी, क्रय, बिल की प्रोसेसिंग सम्बंधित कई महत्वपूर्ण और समय-समय पर शिक्षकों के लिए उपयोगी वित्त सम्बंधित कई जानकारियां उपलब्ध कराया। वहीं इचार्ज आई.सी.टी और पुस्तकालय डॉ. हंसराज ने विभिन्न आईसीटी कार्यों, सूचना और पुस्तकालय सुविधाओं का लाभ लेने हेतु नियम से वाकिफ कराया, विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क पदाधिकारी सत्य कुमार ने जनसम्पर्क के महत्व पर अपना व्याख्यान दिया, विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. कृष्णा गोपाल मंडल ने एग्जाम के पैटर्न, प्रश्न पत्र बनाने में ध्यान रखने योग्य बातों पर चर्चा किया।
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