मध्यप्रदेश: गो-संरक्षण एवं संवर्धन के लिए “गो-केबिनेट” बनाई गई

5
(1)

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में गो-संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गो-केबिनेट बनाई गई है। प्रदेश में गो-पालन एवं गो-उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें जनता एवं समाजसेवी संगठनों की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। गोपाष्टमी के दिन वे स्वयं सबसे बड़े गो-अभ्यारण्य सालरिया जाकर गो-पूजन करेंगे तथा वहां गो-सेवा विशेषज्ञों के साथ संगोष्ठी कर गो-संरक्षण एवं संवर्धन के संबंध में विचार-विमर्श करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सालरिया गो-अभ्यारण्य को आदर्श के रूप में विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में सालरिया गो-अभ्यारण्य में 22 नवम्बर गोपाष्टमी को होने वाले आयोजन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव श्री जे.एन. कंसोटिया सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

देशी नस्लों को बढ़ावा दिया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गो-पालन के अंतर्गत देशी नस्ल को बढ़ावा दिया जाएगा। गो-काष्ठ लकड़ी का श्रेष्ठ विकल्प है, अत: इसका उत्पादन बढ़ाया जाएगा। साथ ही गाय के दूध से निर्मित विभिन्न सामग्रियों, गोबर एवं गो-मूत्र से बने उत्पादों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। गो-अभ्यारण्य सालरिया में एक आधुनिक गो-अनुसंधान केन्द्र भी खोला जाएगा।

और देखें :  अरविंद ने अपनाया डेयरी पालन को स्वरोजगार के रूप में

प्रदेश में ‘काऊ सैस’ लगाने पर विचार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गो-संवर्धन एवं गो-संरक्षण के लिए अन्य प्रदेशों की तरह ‘काऊ सैस’ (गो-सेवा कर) लगाए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। इससे गो-पालन के लिए पर्याप्त राशि सरकार को प्राप्त हो सकेगी तथा इस पावन कार्य में सभी की भागीदारी भी होगी।

देशभर से 14 गो-विशेषज्ञ आएंगे
सालरिया गो-अभ्यारण्य में गोपाष्टमी के दिन होने वाले आयोजन में देशभर के 14 प्रमुख गो-विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं, जिनके साथ मुख्यमंत्री संगोष्ठी कर प्रदेश में गो-संरक्षण एवं संवर्धन के संबंध में चर्चा करेंगे।

और देखें :  हाथियों के प्रसिद्ध डॉक्टर असम के डॉ. कुशल कुंअर शर्मा को पद्म श्री पुरस्कार

प्रदेश में 627 गो-शालाएं संचालित
प्रदेश में स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 627 गो-शालाएं संचालित हैं, इनमें 1 लाख 66 हजार गो-वंश का पालन किया जा रहा है। प्रदेश में निराश्रित गो-वंश लगभग 8.5 लाख है, जिनकी देखरेख करना हम सभी की सामाजिक जिम्मेदारी है।

गाय के लिए दान देने पर इन्कम टैक्स में छूट
अपर मुख्य सचिव श्री जे.एन. कंसोटिया ने बताया कि इन्कम टैक्स की धारा 80-जी के अंतर्गत गाय के लिए दान करने पर आयकर में छूट का प्रावधान है।

यह लेख कितना उपयोगी था?

इस लेख की समीक्षा करने के लिए स्टार पर क्लिक करें!

औसत रेटिंग 5 ⭐ (1 Review)

अब तक कोई समीक्षा नहीं! इस लेख की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

हमें खेद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी नहीं थी!

कृपया हमें इस लेख में सुधार करने में मदद करें!

और देखें :  मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निराश्रित दुर्घटना ग्रस्त पशुओं की सहायतार्थ आपतकालीन वाहन का शुभारम्भ किया

हमें बताएं कि हम इस लेख को कैसे सुधार सकते हैं?

Author

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*