गोपाल रत्न पुरस्कार 2021

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में “राष्ट्रीय गोकुल मिशन” के तहत एक नई पहल दिसंबर 2014 में देश में पहली बार शुरू की गई है जिसका उद्देश्य स्वदेशी गोवंशीय नस्लों का संरक्षण और विकास करना है।

पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार ने पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार “गोपाल रत्न पुरस्कार 2021” हेतु आवेदन आमंत्रित किये हैं। पुरस्कार की तीन श्रेणियां हैं। पात्र पशुपालक/ डेयरी सहकारी समितियां/ कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता (AIT) पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल 15 जुलाई 2021 से 15 सितंबर 2021 तक खुला रहेगा। पुरस्कार के लिए विजेताओं की घोषणा 31 अक्टूबर 2021 को की जाएगी। इस पुरस्कार के लिए वही पशुपालक योग्य हैं, जो गाय की 50 स्वदेशी नस्लों और भैंस की 17 स्वदेशी नस्लों में से किसी एक का पालन करता हों। कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन जिसने इस काम के लिए कम से कम 90 दिनों की ट्रेनिंग ली हो। डेयरी सहकारी समितियां जो प्रतिदिन 100 लीटर दूध का उत्पादन करती है, और उनके साथ तकरीबन 50 किसान जुड़े हुए हों।

और देखें :  केंद्रीय बजट 2022-23 में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय पर जोर दिया गया

गोपाल रत्न पुरस्कार

श्रेणियाँ

  1. सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान: गाय की 50 स्वदेशी नस्लों और भैंस की 17 स्वदेशी नस्लों में से किसी एक का पालन करने वाला पशुपालन।
  2. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता (एआईटी)।
  3. सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दुग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन।

उद्देश्य

  1. वैज्ञानिक तरीके से दुधारू पशुओं की स्वदेशी नस्लों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित करना।
  2. राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों को 100% कृत्रिम गर्भाधान (एआई) कवरेजकरने के लिए प्रेरित करना।
  3. सहकारी और दुग्ध उत्पादक कंपनियों को विकसित होने और प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करने के लिए प्रेरित करना।

पुरस्कारों के लिए सामान्य संदर्भ

  1. प्रत्येक श्रेणी में पुरस्कार स्वरुप धनराशि प्रथम पुरस्कार के लिए 5,00,000/- (पांच लाख रुपये मात्र), द्वितीय पुरस्कार के लिए 3,00,000/- रुपये (तीन लाख रुपये मात्र) और तृतीय पुरस्कार के लिए 2,00,000/- रुपये (दो लाख रुपये मात्र) एक प्रमाण पत्र के साथ योग्यता और एक स्मृति चिन्ह।
  2. सफल पुरस्कार विजेताओं को द्वितीय श्रेणी एसी किराए तक सीमित टीए/डीए की प्रतिपूर्ति की जाएगी। सहकारी/दुग्ध उत्पादक कंपनियों के मामले में सचिव सहित सहकारी/एमपीसी से केवल दो व्यक्तियों को टीए/डीए की प्रतिपूर्ति के लिए विचार किया जाएगा।
  3. सहकारी/एमपीसी के मामले में, पुरस्कार राशि सहकारी/एमपीसी खाते के पक्ष में निकाली जाएगी।
  4. किसान/कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन जिन्हें पहले ही राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत सम्मानित किया जा चुका है, वे गोपाल रत्न पुरस्कार 2021 के लिए पात्र नहीं होंगे।

और देखें :  गौ माता

योग्यता और आवश्यक दस्तावेज

1. सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान देशी गाय पालने

पात्रता: 50 नस्लों के मवेशियों और भैंसों की 17 नस्लों में से किसी भी मान्यता प्राप्त देशी नस्ल को रखने वाले किसान पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
आवश्यक दस्तावेज: यदि कोई नवाचार/नवोन्मेषी तरीका विकसित किया गया हो तो नवाचार/नवाचार पद्धति के प्रशिक्षण प्रमाणपत्र और फोटोग्राफ।

2. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीकी (एआईटी)

पात्रता: राज्य/संघ राज्य क्षेत्र पशुधन विकास बोर्ड/राज्य/दूध संघों/एनजीओ और अन्य निजी संगठनों के एआईटी, जिन्होंने कम से कम 90 दिनों के लिए कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण प्राप्त किया है, पुरस्कार के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे।
आवश्यक दस्तावेज: जन्म प्रमाण पत्र, शैक्षिक प्रमाण पत्र और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र।

3. सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन

पात्रता: ग्राम स्तर पर स्थापित एक सहकारी समिति/एमपीसी/एफपीओ सहकारी अधिनियम/कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत है और प्रतिदिन कम से कम 100 लीटर दूध एकत्र करती है और कम से कम 50 किसान सदस्य हैं।
आवश्यक दस्तावेज: सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी के अध्यक्ष/ सचिव और सहकारी/ दुग्ध उत्पादक कंपनी के पंजीकरण प्रमाण पत्र की तस्वीरें।

आवेदन करने की अंतिम तिथि: 15 सितंबर 2021

ऑनलाइन आवेदन करने हेतु यहाँ क्लिक करें

और देखें :  भारत में पशुधन विकास हेतु सरकारी योजनाएं

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