कृषि

फसल अवशेष न जलाने के लाभ: अतिरिक्त धनोपार्जन

फसल पकने के बाद इसकी कटाई की जाती है व दानों को अलग कर लिया जाता है। दानों को अलग करने के बाद बचे हुए अवशेषों को कृषि अवशेष कहा जाता है। >>>

पशुपालन

फसल अवशेष जलाना: मानवता और पर्यावरण के लिए खतरा

फसल अवशेषों को हर रोज जलाया जा रहा है लेकिन वर्ष में दो बार, रब एवं खरीफ की फसल कटाई के बाद यह मुख्य रूप से देखने को मिलता है। दिन हो या रात फसल कटाई के बाद, बचे हुए अवशेषों में आग लगाना सामान्य घटना है। >>>

पशुपालन

पशुओं की देखभाल में बरते जाने वाली विशेष सावधानियां (वर्षा ऋतु में)

बरसात के मौसम में हमें अपने पशुओ का खास/विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस मौसम में एक तरफ जहाँ हमें तथा हमारे पशुओ को गर्मी से राहत मिलती है, वही दूसरी तरफ इस मौसम में पशुओ के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम मे वातावरण में अधिक आर्द्रता तथा तापमान में उतार चढ़ाव के कारण पशुओ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

कोविड-19 के संक्रमण काल के अंतर्गत, पशुपालकों हेतु कोविड-19 से बचाव हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश/ सलाह

पशु आवास गृह में आगंतुकों के आवागमन को प्रतिबंधित करें। पशुशाला में कर्मचारियों की संख्या कम रखें। पशुपालकों को पशु आवास गृह में जाने से पूर्व मुंह पर मास्क पहनना चाहिए। >>>

पशुपालन

ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण क्यों और कैसे किया जाए

देश के संपूर्ण सामाजिक एवं आर्थिक विकास में महिलाओं के सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। अनेक अध्ययनों द्वारा भी यह सिद्ध हो चुका है कि महिलाओं की विशेष कर ग्रामीण महिलाओं की देश के विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। कुछ वर्षों पूर्व तक महिलाओं के योगदान को काफी हद तक नजरअंदाज किया जाता रहा है परंतु विगत दिनों के सर्वेक्षणों, अनुसंधानों के परिणामों से यह तथ्य सामने आया है कि कृषि के क्षेत्र जो कि भारत की जीडीपी अर्थात सकल घरेलू उत्पाद मे लगभग 17.2% एवं पशुपालन4.9%योगदान दे रहा है। >>>

डेरी पालन

गाय की उत्पादन क्षमता में वृद्धि हेतु प्रतिवर्ष एक बच्चा प्राप्त करने हेतु सलाह

अपनी  गाय से प्रतिवर्ष एक बच्चा एवं भैंस से हर 13 महीने पर एक बच्चा प्राप्त करने के लिए और अत्यधिक दुग्ध उत्पादन हेतु पशुपालक बंधु निम्न बिंदुओं पर ध्यान दें >>>

पशुपालन

गाय/भैंस की खरीदारी में समझदारी

गाय एवं भैंस पालन वर्तमान परिदृश्य में रोजगार का अच्छा साधन है। दूध तथा दूध से बनने वाले सामानों की मांग कभी घटती नहीं है। हमेशा बाजार में इन सभी चीजों की मांग बनी रहती है। गो /भैंस पालन में रोजगार करने से पहले दुधारू गाय भैंस का चयन की जानकारी आवश्यक है। चयन करने के पहले इन बिंदुओं पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है। >>>

पशुपालन समाचार

डा प्रेम कुमार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के पशुपालन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक गई

बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डा प्रेम कुमार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के पशुपालन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक गई >>>

पशुपालन समाचार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों, मछुआरों, पशुपालन और डेयरी सेक्टर के लिए की गई घोषणाओं का स्वागत किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण की ओर से की गई घोषणाओं का >>>

पशुपालन समाचार