भेड़ बकरी पालन

भेड़-बकरियों में फड़किया रोग (एंटरोटॉक्सिमिया)

यह भेड़ और बकरियों का एक जीवाणु जनित रोग है जो क्लोस्ट्रीडियम परफ्रेंजेंस के कारण होता है। ओवरईटिंग (वयस्कों में) या गुर्दा रोग (मेमनों में) के रूप में भी जाना जाता है। ये बैक्टीरिया सामान्य रूप से >>>

पेस्ट- डेस-पेटिट्स- (पीपीआर, बकरी प्लेग)
पशुओं की बीमारियाँ

पेस्ट-डेस-पेटिट्स- पीपीआर रोग, बकरी प्लेग

बकरी प्लेग यह बकरियों और भेड़ों की एक तीव्र, अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, जिसके विशेष लक्षण बुखार, एनोरेक्सिया, लिम्फोपेनिया, इरोसिव स्टामाटाइटिस, दस्त, मुख-नाक स्त्राव और श्वसन संकट हैं। >>>

पशुपालन समाचार

हर साल 500 मेरीनो भेड़ लेने के लिये केन्द्र सरकार उत्तराखण्ड सरकार का सहयोग करेगी

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन श्री गिरीराज सिंह से भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत कालसी >>>

भेड़ बकरी पालन

बहु-आयामी भेड़ पालन

भेड़ पालन में छोटे और सीमांत किसानों और भूमिहीन मजदूरों का बड़ा हिस्सा, मुख्यतः पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी आजीविका के लिए लगा हुआ है। यह भारत के कुछ क्षेत्रों के लोगों के पारंपरिक व्यवसाय और व्यापार का मुख्य साधन है >>>

बकरियों एवं भेड़ों की महामारी: पी.पी.आर.
पशुओं की बीमारियाँ

बकरियों एवं भेड़ों की महामारी: पी.पी.आर.

वर्तमान परिदृश्य में बकरी और भेड़ पालन गरीब मजदूर पशुपालकों की आजीविका का एक प्रमुख साधन है। बकरियों को गरीब की गाय भी कहा जाता है। बकरी और भेड़ की संक्रामक बीमारियों में पी.पी.आर. महामारी का प्रकोप >>>

भेड़ बकरी पालन

वैज्ञानिक तरीके से भेड़ पालन एक अत्यंत लाभकारी व्यवसाय

हमारे देश भारत में 20 वी पशुगणना के अनुसार 74.26 मिलीयन भेड़ हैं जो पिछली पशु गणना से 14.1% अधिक है। भेड़ का मनुष्य से संबंध आदिकाल से है तथा भेड़ पालन एक प्राचीन व्यवसाय है। भेड़ पालन से ऊन तथा >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं में एसपाईरेट्री/ ड्रेंचिंग न्यूमोनिया: कारण एवं निवारण

अपने देश भारत में पशुओं की छोटी बड़ी बीमारियों में पशु पालकों द्वारा बांस की नाल, रबड़ की नली, लकड़ी या कांच की बोतल इत्यादि के द्वारा देसी दवाइयां पिलाना एक आम बात है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

नीलर्सना (ब्लूटंग) रोग कारण और लक्षण

पशुओं में कई प्रकार के रोग होते हैं जिन्हें दो प्रमुख वर्गाे में बाँटा जा सकता हैः संक्रामक रोग- जो जीवाणु, विषाणु, कवक, और परजीवी कारकों से होते हैः असंक्रामक रोग जो कि पशु की शारीरिक क्षमता, पोषक तत्वों की कमी, विषाक्तता तथा उत्पादन से जुड़ी समस्याओं के कारण होते है। >>>

भेड़ बकरी पालन

बकरी पालन, भेड़ पालन या खरगोश पालन के लिए बैंक लोन

यदि आप बकरी पालन, भेड़ पालन या खरगोश पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं और आपके पास पर्याप्त पूँजी नहीं है तो परेशान न हों, क्योंकि आज हम जानकारी दे रहे हैं कि >>>

पशुपालन समाचार

उत्तराखण्ड पहुंची ऑस्ट्रेलिया से उच्च गुणवत्ता की 240 मेरिनों भेड़ें

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड को आस्ट्रेलियन मेरिनों भेड़ें प्राप्त होने >>>

पशुपालन समाचार
पशुपालन समाचार

निष्क्रमण से लौट रही भेड़ों के रेवड़ का स्वास्थ्य जाँच एवं उनका इलाज

09 जुलाई 2019:  केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर (CSWRI, Avikanagar) द्वारा करीब 2500 भेड़ों के रेवड़ >>>