भारत सहित कई अन्य देशों में खरगोश पालन को व्यापारिक तौर पर उपयोग में लाया जा रहा है। खरगोश पालन मॅास, फर और ऊन के लिए किया जाता है। खरगोश पालन को लाभप्रद बनाने हेतु निम्न प्रबंधन अति आवश्यक है।
पकड़ना: Handling
खरगोश तनाव के प्रति बहुत ज्यादा संवेदनशील होते हैं। अतः इन्हें नरमाई तथा सावधानी से पकड़ना चाहिये।
खरगोश को हाथों से इस प्रकार पकड़े की उसका शरीर सीधा व सामान्य अवस्था में रहे। खरगोश तनाव मुक्त रहे।
आवास प्रबंधन/ Housing
वैज्ञानिक आवास ब्रायलर खरगोश के लिये लाभदायक होता है।
- वयस्क का औसत वजन: 2-2.5 Kg
- आवास का प्रकार: पिंजरा/ Cage
- फर्श का क्षेत्रफल: 3700-4600 cm2
- पिंजरे की ऊॅचाई: 36 cm
- तापमान/ Room Temprature: 22-24 0C
- आर्द्धता/ Humidity: 45-60%
- प्रकाश की तीव्रता: 300-400 LUX
- प्रकाश चक्र/ Photocycle: 12 घण्टे दिन, 12 घण्टे रात्रि
तीन प्रकार का आवास उपयोग में लाया जाता है
- Individual Cage
- Hutch
- Colony System
व्यवसायिक खरगोश पालन हेतु पिंजरा प्रणाली/ Individual cage System का उपयोग किया जाता है।
वयस्क नर या मादा के लिये पिंजरे का आकार:
- लम्बाई – 1.5 Feet
- चैड़ाई – 1.5 Feet
- ऊॅचाई – 1.5 Feet
Kindling Cage
इस प्रकार के पिंजरे में केवल गर्भवती मादा को ही रखा जाता है। मेटिंग के 25 दिन बाद मादा को इस पिंजरे में स्थापित किया जाता है।
Next Box
ये लकड़ी या गैल्वनिकृत लोहे का बना होता है। इसकी लम्बाई, चैड़ाई व ऊॅंचाई 10X10X10 इंच होती है।
इसमें खरगोश के बच्चे आसानी से रह सकते हैं। इसमें घास-फूस तथा कॅाटन के टुकड़ों को काटकर रखा जाता है। साथ ही मादा के लिये पानी व खाने की पर्याप्त व्यवस्था की जाती है।
खरगोश का पोषण/ Nutrition of Rabbit
खरगोश सभी प्रकार के अनाज खा सकता है, जैसे सोरगम (ज्वार) बाजरा, मक्का, रजका, बरसीम, मक्के की पत्तियॅा आदि।
Energy and protein Requirement
30 Part broken maize/ मक्का
30 Part Ground Baja/ बाजरा
25 Part Wheat bran/ चोकर
13 Part Gram of groundnut cake/ चना या मूंगफली
1.5 Part Mineral Mixture/ खनिज तत्व
0.5 Part Salt/ नमक
पोषण माध्यम | वृद्धि के लिये | रख रखाव के लिये | गर्भावस्था के लिये | स्तनपान के लिये |
सुपाच्य उर्जा
(Kcal) |
2500 | 2500 | 2500 | 2500 |
प्रोटीन | 18% | 16% | 17% | 19% |
फाइबर | 10-13% | 13-14% | 10-13% | 10-13% |
वसा | 2% | 2% | 2% | 2% |
- वयस्क नर और मादा खरगोश:100 gm Concentrate
- स्तनपान/ Lactating doe:250 gm Concentrate
- बच्चों के लिये: 50-70 gm Concentrate
- खरगोश के दॅात लगातार बढ़ते रहते हैं। अतः दॅातों की वृद्धि को नियंत्रित करने के लिये नियमित रूप से Concentrate feed देना चाहिये।
- खाना देने के समय का कठोरता से पालन करना चाहिये। खाना नियमित रूप से निश्चित मात्रा में तथा ठीक समय पर देना चाहिये।
प्रजनन एवं रख रखाव/ Breeding and Management
खरगोश की प्रजनन क्षमता काफी अच्छी होती है। मादा में जनन परिपक्वता 6-8 महीने की उम्र में तथा नर खरगोश में जनन परिपक्वता 7 माह में आ जाती है।
Sexual maturity for doe: 6-8 month
Sexual maturity for Buck: 7 month
- जब मादा खरगोश इसट्रस चक्र में होती है तो वह नर को मेटिंग के लिये अनुमति देती है।
- जब मादा Heat पर होती है तो उसकी योनि का रंग लाल हो जाता है।
- Heat में आई हुई मादा खरगोश को जब नर के सामने रखा जाता है तो वह अपनी पीठ को नीचे की ओर झुका देती है और शरीर के पिछले भाग को ऊपर की ओर उठाती है।
- इसके विपरीत यदि मादा Heat पर नहीं होती तो वह पिंजरे के कोने में जाकर बैठ जाती है और नर के ऊपर आक्रमकता से हमला करती है।
- नर मादा अनुपात 1:10 रखा जाता है।
- मेटिंग के 14 दिन बाद Abdomen के Palpation द्वारा गर्भावस्था का पता लगाया जा सकता है।
- सामान्यतः गर्भकाल – 30 दिन होता है।
- गर्भवती मादा को अधिक मात्रा में Concentrate feed खिलाना चाहिये।
- मेटिंग के 25 दिन बाद मादा को Kindling cage में डाला जाता है, तथा Nest Box को भी लगा दिया जाता है।
- Litter Size: 4-12 Kits
- Weaning period: 5-7 Month
- 5 माह बाद नर और मादा को अलग-अलग पिंजरों में रख दिया जाता है।
- जब माता की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में किसी अन्य मादा खरगोश के माध्यम से बच्चों का पालन पोषण किया जा सकता है।
- Weaning के एक सप्ताह बाद मादा पुनः प्रजनन के लिये तैयार हो जाती है।
- जन्म के समय नवजात खरगोश की अॅाखे बंद रहती है जो कि जन्म के 10-11 दिन बाद खुलती है।
- जन्म के 14 दिन बाद बच्चे स्वयं से खाना चालू कर देते हैं।
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Authors
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कॉलेज ऑफ़ वेटेरिनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी, रीवा (मध्य प्रदेश)
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कॉलेज ऑफ़ वेटेरिनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी, रीवा (मध्य प्रदेश)
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पशुचिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय, रीवा, मध्य प्रदेश
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पशुचिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय, रीवा, मध्य प्रदेश
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पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय जबलपुर, मध्य प्रदेश, भारत
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कॉलेज ऑफ़ वेटेरिनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी, रीवा, मध्य प्रदेश
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