उत्तराखण्ड के पशुपालन मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा ने कहा पशुपालन में युवाओं एवं महिलाओं की सक्रीय सहभागिता सुनिश्चित की जाय

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आज दिनांक 31 मार्च 2022 को माननीय पशुपालन मंत्री उत्तराखण्ड सरकार श्री सौरभ बहुगुणा द्वारा पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में सचिव पशुपालन डॉ. आर मिनाक्षी सुन्दरम द्वारा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया। मंत्रीजी ने संबोधित करते हुए आह्वाहन किया कि हमें अपने राज्य को पशुपालन एवं सम्बंधित गतिविधियों द्वारा आत्मनिर्भर बनाने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर उसे लागू करना होगा ताकि केंद्र एवं अन्य राज्यों पर निर्भर न रहना पड़े।

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माननीय मंत्री जी द्वारा निर्देशित किया गया कि बिभाग में रिक्त पदों को शीघ्रता से भरने के निर्देश दिए गए, यदि आवश्यकता हो तो इनको संविदा के माध्यम से भरने की कार्यवाही पूर्ण की जाय। मंत्री जी द्वारा विभिन्न योजनाओं में राज्य सरकार की अधिक सहभागिता को करने के लिए 15 दिनों के भीतर एक राज्य पशुधन मिशन योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। जिन जनपदों में कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं की कमी है वहाँ BIAF संस्था से सहयोग लेते हुए कृत्रिम गर्भाधान केंद्र स्थापित किये जाएँ ताकि इन क्षेत्रों में कृत्रिम गर्भाधान की सेवाओं की पहुँच बड़ाई जा सके। मंत्री जी ने पशुजन्य उत्पादों के विपणन हेतु एक सुदृढ़ बाज़ार तंत्र विकसित करने की आवश्यकता पे भी जोर दिया। विभागीय योजनाओं में युवाओं एवं महिलाओं की सक्रीय सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।

मंत्रीजी ने राज्य हित में अधिकारी/कर्मचारियों का बिना किसी दबाव के पूर्ण मनोयोग से इस प्रकार कार्य करें कि 100 दिन की समय सीमा में परिवर्तन परिलक्षित हो सके। माननीय मंत्रीजी द्वारा पशुपालन विभाग द्वारा पशुधन प्रक्षेत्र, कालसी एवं अतिहिमिकृत वीर्य उत्पादन केंद्र, श्यामपुर ऋषिकेश में चलाये जा रहे आधुनिक तकनीकी कार्यक्रमों की सराहना की गयी। बैठक में पंडित राजेंद्र अन्थ्वाल, अध्यक्ष, गौ सेवा आयोग, देहरादून एवं श्री राम सिंह कैड़ा, विधायक भीमताल एवं अन्य सहयोगी उपस्थित थे।

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समीक्षा बैठक में डॉ. प्रेमकुमार, निदेशक पशुपालन विभाग, उत्तराखण्ड, डॉ. बी.सी. कर्नाटक, मुख्य अधिशासी अधिकारी, उत्तराखण्ड लाइवस्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड, डॉ. अविनाश आनंद, मुख्य अधिशासी अधिकारी, उत्तराखण्ड शीप एंड वूल डेवलपमेंट बोर्ड, डॉ. लोकेश कुमार, अपर निदेशक, पशुपालन विभाग, देहरादून मौजूद रहे।

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