गाय ऑक्सिजन लेकर ऑक्सिजन ही छोड़ती है- उत्तराखंड के सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत

4.6
(16)

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि गाय दुनिया की एकमात्र ऐसी जीव है जो ऑक्सिजन लेकर ऑक्सिजन ही छोड़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि गोमाता को थोड़ी देर सहलाने से लोगों की सांस की बीमारी सही हो सकती है। मुख्यमंत्री ने लोगों को गाय की उपयोगिता के बारे में ये बातें देहरादून में हरेला पर्व पर आयोजित एक कार्यक्रम में कही।

गाय ऑक्सिजन लेकर ऑक्सिजन ही छोड़ती है- उत्तराखंड के सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत

 

कार्यक्रम के वायरल विडियो में सीएम रावत कह रहे हैं कि “गाय प्राणवायु (Oxygen) छोड़ती है और इसी वजह से उसे ‘माता’ कहते हैं। गाय का गोबर और गोमूत्र के फायदे बताते हुए वह आगे कहते हैं, पशुपालन मंत्री रहते हुए उन्होंने वैज्ञानिक अध्ययन करवाया था की गाय के गोबर और गौमूत्र मैं कितनी ताकत है। किडनी और हृदय के लिए ये दोनों बेहद उपयोगी हैं। कोई टीबी का मरीज अगर गाय के आसपास रहे तो वह भी ठीक हो सकता है। अब हमारे वैज्ञानिक भी इन तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं।’

और देखें :  पिथौरागढ़ उत्तराखण्ड के विकास खण्ड बेरीनाग में पशु प्रदर्शनी

हालांकि सोशल मीडिया पर उनके बयान पर विवाद के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस पर स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि ‘यह पहाड़ के लोगों का गाय को लेकर सामान्य मत है और मुख्यमंत्री ने उसे ही दोहराया है।’

क्या है सच्चाई और वैज्ञानिक तथ्य?

विज्ञान के अनुसार पेड़-पौधे प्रकाश की उपस्थिति में “प्रकाश संश्लेषण” (Photosynthesis)  कि क्रिया से अपने लिए आवश्यक भोजन बनाते हैं तथा इस प्रक्रिया के दौरान ऑक्सीजन एक byproduct के रूप में बनती है जो पेड़-पौधे के उपयोग की नहीं होती है, इसलिए पेड़-पौधे ऑक्सीजन को बाहर निकालते है। “प्रकाश संश्लेषण” की क्रिया केवल पेड़-पौधों में ही होती है, इसलिए इनके अलावा ऐसा कोई भी जीवित प्राणी नहीं होता जो ऑक्सीजन निकालता हो।

हालांकि वातावरण से जो भी हवा मनुष्य तथा अन्य जीव-जन्तु सांस के जरिए शरीर के अंदर लेते हैं उसमे लगभग 21% ऑक्सीजन होती है, उसमें से मुश्किल से 4-5% ऑक्सीजन का ही उपयोग होता है बाकी ऐसे ही बची रहती है। इसके साथ ही मनुष्य तथा अन्य जीव-जन्तु शरीर में कार्बन-डाई-ऑक्साईड एक byproduct के रूप में बनाते हैं। इसलिए मनुष्य तथा अन्य जीव-जन्तु जब बची हुई हवा सांस के जरिये बाहर छोड़ते है तो उसमे कार्बन-डाई-ऑक्साईड और अन्य गैसों के साथ-साथ बची हुई ऑक्सीजन भी होती है। ये प्रकिया गाय समेत सभी जीव-जन्तुओं पर लागू होती है। इसलिए गाय भी मनुष्य सहित सभी जीव-जन्तुओं की ही तरह ऑक्सीजन लेती है और कार्बन-डाई-ऑक्साइड छोड़ती है।

और देखें :  बैकयार्ड मुर्गी पालन योजना अंतर्गत कुक्कुट पालन हेतु प्रशिक्षण एवं सामग्री उपलब्ध कराई गई

यह लेख कितना उपयोगी था?

इस लेख की समीक्षा करने के लिए स्टार पर क्लिक करें!

औसत रेटिंग 4.6 ⭐ (16 Review)

अब तक कोई समीक्षा नहीं! इस लेख की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

हमें खेद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी नहीं थी!

कृपया हमें इस लेख में सुधार करने में मदद करें!

और देखें :  उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में बकरी पालन का महत्व

हमें बताएं कि हम इस लेख को कैसे सुधार सकते हैं?

Author

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*