बकरी पालन, भेड़ पालन या खरगोश पालन के लिए बैंक लोन

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यदि आप बकरी पालन, भेड़ पालन या खरगोश पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं और आपके पास पर्याप्त पूँजी नहीं है तो परेशान न हों, क्योंकि आज हम जानकारी दे रहे हैं कि केंद्र सरकार की नेशनल लाइवस्टॉक मिशन (NLM) के अंतर्गत नाबार्ड के माध्यम से IDSRR स्कीम के अंतर्गत बैंक से लोन लेकर कैसे बकरी पालन, भेड़ पालन या खरगोश पालन का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

आइये सबसे पहले ये जानते हैं की नाबार्ड आखिर क्या है..!

NABARD यानी National Bank for Rural Development कोई सामान्य बैंक नहीं है बल्कि बैंकों से जुड़ी ऐसी संस्था है जो छोटे किसानो और व्यापारियों को अपना व्यवसाय करने हेतु प्रोत्साहित करती है ताकि वे आर्थिक रूप से संपन्न हो सकें।

आइये अब जानते हैं IDSRR स्कीम क्या है..!

IDSRR स्कीम यानी Integrated Development of Small Ruminants and Rabbits केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित एक सब्सिडी स्कीम है, जो बकरी पालन, भेड़ पालन या खरगोश पालन को बढ़ावा देने तथा लोगो को व्यवसायिक तौर पर इनकी फार्मिंग करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गयी है। साथ ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रोजगार को प्रोत्साहित करना, और बेरोजगारी को कम करना भी है।

बकरी पालन, भेड़ पालन, खरगोश पालन

कौन ले सकता है इस स्कीम का लाभ?

कोई भी व्यक्ति जो उस प्रदेश या उस जिले का निवासी हो जहाँ यह स्कीम लागू की गई हो। छोटे, मध्यम, बड़े सभी किसान इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं। साथ ही इस स्कीम में महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा NGO को प्राथमिकता दी जाएगी।

और देखें :  वैज्ञानिक विधि से बकरी पालन: स्वरोजगार का उत्तम विकल्प

इस स्कीम के तहत कितना ऋण लिया जा सकता हैं और कितनी सब्सिडी मिलेगी?

इस स्कीम के तहत दी जाने वाली सब्सिडी की अधिकतम सीमा कुछ इस प्रकार है।

घटक

लोन की रकम

बकरी तथा भेड़ पालन (40 मादाएं + 2 नर) 1 लाख रुपये
बकरी तथा भेड़ की प्रजनन इकाई (500 + 25) 25 लाख रुपये
खरगोश पालन (10 + 2) 2.25 लाख रुपये

उद्यमी का किसान का योगदान : 10 प्रतिशत पालन इकाई के लिए, 25 प्रतिशत प्रजनन इकाई स्थापित करने के लिए
सब्सिडी : 25 प्रतिशत सामान्य वर्ग के लिए, 33.33 प्रतिशत अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों तथा पहाड़ी राज्यों के लिए।
प्रभावी बैंक लोन : शेष राशि, बैंक कम से कम 50 प्रतिशत रकम पर ब्याज लगाएगा ।

लोन का भुगतान

  • लोन का भुगतान करने की अवधि 9 साल रहेगी।
  • असमर्थ किसानों को 2 साल तक का अधिक ग्रेस पीरियड दिया जा सकता है।

कैसे करें लोन के लिए अप्लाई

  • संबंधित जिले के निकटतम पशु चिकित्सा अधिकारी या पशु चिकित्सा सहायक सर्जन, ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी या जिले के मुख्य पशुपालन अधिकारी से संपर्क करें।
  • आप किसी भी सरकारी बैंक में जाकर इस योजना के बारे में पता कर सकते हैं।

IDSRR Scheme Guidelines

  • उद्यमी यदि पहले से इन पशुओं को पाल रहा हो तो उसे पूरी प्रोजेक्ट लागत का 10% और यदि ब्रीडिंग कर रहा हो तो 25% अपनी जेब से खर्च करना अनिवार्य है।
  • सब्सिडी 25% देय होगी या 33% यह इस स्कीम के तहत उल्लेखित नियमो के आधार पर तय होगा।
  • सामान्य वर्ग के लिए बैंक लोन की सीमा सब्सिडी को मिलाकर कम से कम 50% निर्धारित है।
  • अनुसूचित जाति/जनजाति, पर्वतीय और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए उपर्युक्त सीमा कम से कम 33% है।
और देखें :  भेड़ बकरियों में पी.पी.आर. रोग: लक्षण एवं रोकथाम

उदाहरण

यदि किसी सामान्य वर्ग से सम्बंधित व्यक्ति का TFO (Total financial outlay) 1 लाख है, तो बैंक को कम से कम 50000 रूपये का लोन प्रोजेक्ट के लिए sanction करना पड़ेगा। और अनुसूचित जाति/ जनजाति पर्वतीय और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए कम से कम 58300 रूपये का लोन  करना पड़ेगा।

बैंक चाहे तो उपर्युक्त आंकड़ो से अधिक का लोन किसी व्यक्ति को दे सकता है। लेकिन इसमें यह ध्यान रखना जरुरी है। की जो कम से कम पैसा व्यक्ति को अपनी जेब से लगाना है उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।

उदाहरणार्थ

माना A एक व्यक्ति है। और वह बैंक लोन के द्वारा Goat rearing करना चाहता है ।  तो इस स्थिति में 1 लाख का 10% यानिकी 10000 रूपये A  को अपनी जेब से लगाने होंगे। बाकि यदि बैंक चाहे तो कम से कम 50 हज़ार और अधिक से अधिक 90 हज़ार का Loan A को दे सकता है। और यही A नामक व्यक्ति अगर Goat breeding के लिए लोन ले रहा हो तो, 25 लाख पर इसको 25% अर्थात 625000 अपनी जेब से लगाने होंगे। बाकी यदि बैंक चाहे तो कम से कम 12.25 लाख और अधिक से अधिक 1875000 का लोन दे सकता है।

  • IDSRR स्कीम के तहत NABARD द्वारा जो सब्सिडी का पैसा बैंक को रिलीज़ किया जायेगा। उस पैसे को सब्सिडी रिज़र्व फण्ड खाते में अलग से रखा जायेगा । सब्सिडी के पैसे को अंत में एडजस्ट किया जायेगा।
  • सब्सिडी का पैसे पर कोई ब्याज देय नहीं होगा।
  • रिज़र्व फण्ड खाते में सब्सिडी आ जाने के बाद बैंक NABARD में एक उपयोगिता प्रमाणपत्र (Utilization certificate) जमा करेगा।
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