मध्य प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री के0के0 सिन्ह ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जबलपुर संभाग के रबी फसल 2019-20 और खरीफ 2020 के कार्यक्रम निर्धारण संबंधी सभागीय समीक्षा बैठक लेकर संभाग के जिलों के अधिकारियों से रुबरु चर्चाकर समीक्षा की। कटनी जिला मुख्यालय स्थित कटनी कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर शशिभूषण सिंह, सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे, उप संचालक कृषि श्री कोष्ठा, सहायक पंजीयक सहकारिता अरुण मसराम, जिला प्रबंधक मार्कफेड शिखा वर्मा, सहायक संचालक मत्स्य अंजू वर्मा, सहायक संचालक उद्यानिकी अरुण पाण्डेय, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ0 आर0के0 सिंह भी उपस्थित रहे।
कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा ली गई संभागीय समीक्षा बैठक में सबसे पहले पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा की गई। भारत सरकार द्वारा कृषि और सहायक गतिविधियों के लिये घोषित पैकेज के अनुसार किसान क्रेडिट कार्ड में पशुपालन और मत्स्य पालन की गतिविधियों को जोड़ने तथा शत्-प्रतिशत प्रधानमंत्री किसान योजना के पात्र किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के निर्देश दिये गये। बताया गया कि एनएडीसीपी योजना के तहत समस्त गौवंशीय और भैंसवंशीय पशुओं को वर्ष में दो बार एफएमडी और ब्रुसेला का टीकाकरण किया जायेगा। संभागभर के जिलों में विभागीय योजनाओं के लक्ष्यपूर्ति पर संतोष व्यक्त करते हुये गौशाला योजना में कटनी जिले में 30 में से 29 गौशालायें पूर्ण होने और संभाग के सभी जिलों से कटनी में अच्छा काम होने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। डेयरी एवं दुग्ध संघ की समीक्षा के दौरान कटनी जिले में प्रस्तावित 100 स्थानों पर सांची पार्लर संचालित करने और नवीन दुग्ध समितियां तथा समूह गठित कर दुग्ध संकलन भी बढ़ाने के निर्देश दिये गये। मत्स्य पालन की गतिविधियों को जिले में प्रोत्साहित करने और उद्यानिकी विभाग के तहत उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र विस्तार और रकबा बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं।
सहकारिता और मार्कफेड की समीक्षा में उर्वरकों के अग्रिम भण्डारण और उपलब्ध स्कंध की जानकारी ली गई। कटनी जिले में खरीफ 2020 के लिये 8110 एमटी उर्वरक भण्डारण का लक्ष्य है। जबकि 3370 एमटी उर्वरक समितियों के स्कंध में उपलब्ध है। सहकारिता के गबन और धोखाधड़ी के मामले में विजयराघवगढ़ की समिति के 66 लाख शॉर्ट होने के संबंध में वसूली नहीं होने और मामले को कलेक्टर के संज्ञान में नहीं लाने पर सहायक पंजीयक कटनी और संयुक्त पंजीयक जबलपुर को नोटिस जारी करने के निर्देश भी प्रमुख सचिव पंजीयन उमाकांत उमराव ने दिये।
कृषि एवं खरीफ कार्यक्रम निर्धारण 2020 की समीक्षा में बताया गया कि जबलपुर संभाग में 3 लाख 30 हजार 261 क्विंटल बीज की आवश्यकता होगी। वर्तमान में 2 लाख 12 हजार 549 क्विंटल बीज की उपलब्धता है। शेष पूर्ति निजी क्षेत्र के बीज उत्पादक संस्थाओं से की जायेगी। संभाग के लिये खरीफ सीजन में एक लाख 8 हजार 570 एमटी यूरिया के लक्ष्य के विरुद्ध 55 हजार 339 एमटी, 65 हजार एमटी डीएपी लक्ष्य के विरुद्ध 5802 एमटी उर्वरक की उपलब्धता है। खरीफ सीजन के लिये आवश्यक मात्रा में उर्वरकों की रैक मंगाने की कार्यवाही अभी से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
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