माननीय मंत्री पशुपालन श्रीमती रेखा आर्या ने “बर्ड फ्लू के बचाव एवं रोकथाम” विषय पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ  किया

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पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड द्वारा बर्ड फ्लू के बचाव एवं रोकथाम के विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। देहरादून में सर्वे चौक के समीप आई.आर.डी.टी. सभागर में उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्रीमती रेखा आर्या, माननीय मंत्री पशुपालन, मत्सय, बाल विकास उत्तराखण्ड सरकार के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। उनके द्वारा कुक्कुट पालक किसानों को जागरूक किया गया तथा बताया गया कि बर्डफ्लू से उनको घबराने की जरूरत नहीं है। माननीय मंत्री ने कहा कि सरकार पूरी क्षमता के साथ फ्लू से निपटने में जुटी हुई है, इसके लिए विभाग के पास संसाधनों कि कमी नहीं होने दी जायेगी।

उपरोक्त कार्यक्रम में डाॅ. के.के. जोशी, निदेशक पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड द्वारा माननीय मंत्री महोदया का स्वागत किया गया तथा निदेशक पशुपालन ने अपने संबोधन में बर्ड फ्लू के सम्बन्ध में कहा कि “जागरूकता ही बचाव है“। उनके द्वारा कुक्कुट पालकों को बर्ड फ्लू के बचाव से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गयी।

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कार्यक्रम में पंतनगर कृषि विश्व विद्यालय से आए वैज्ञानिक डाॅ. अनिल कुमार द्वारा बर्ड फ्लू के प्रबन्धन विषय पर जानकारी प्रदान की तथा उनके द्वारा मुर्गियों के प्रतिरोधक क्षमता बढाने एवं उत्तम स्वास्थ्य के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। पंतनगर विश्व विद्यालय के वैज्ञानिक डाॅ. राजेश कुमार द्वारा बर्ड फ्लू के लक्षण, बचाव एवं प्रसार को रोकने के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में  डाॅ. नेत्रपाल सिंह डी.जी.एम. वेंकटेश्वरा हेचरी द्वारा भी बर्डफ्लू के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी।

कार्यक्रम में मंच संचालन एवं कार्यक्रम व्यवस्था डाॅ. कैलाश उनियाल, पशुचिकित्सा अधिकारी ग्रेड-1 सदर, डाॅ. सतीश जोशी, पशुचिकित्सा अधिकारी एवं डाॅ. अदिती शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी डाॅ. एम.एस. नयाल मुख्य अधिशासी अधिकारी यू.एल.डी.बी. देहरादून, डाॅ. प्रेम कुमार, अपर निदेशक मुख्यालय पशुपालन विभाग देहरादून एवं डाॅ. एस.बी. पाण्डे, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी देहरादून तथा विभिन्न जनपदों से आए मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, पशुचिकित्सा अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, कुक्कुट पालक सहित लगभग 200 लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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