उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में आयोजित 109वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने विश्वविद्यालय में नवनिर्मित रूद्राक्ष भवन का भी उदघाटन किया। उन्होने स्टाॅलों का निरीक्षण किया व कृषि से जुड़ी उन्नतशील प्रजातियों व कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने वैज्ञानिकों से उन्नतशील प्रजातियों व कृषि उपकरणों को किसानों तक पहुचाने का आग्रह किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि किसान कृषि के प्रति संवेदनशील है। किसान देश की उन्नति में अपना योगदान देते हुए अपने आप को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। कोविड-19 के दौरान लोगों ने खेती को बढ़ावा दिया है वह भविष्य के लिए अच्छे संकेत है। किसान अन्नदाता ही नहीं, बल्कि देश का प्राणदाता भी है। जड़ी-बूटी के मामले में उत्तराखंड राज्य पूरी तरह से समृद्ध है। कम्पनियां जड़ी-बूटी से सम्बंधित उत्पाद तैयार कर रही हैं। यदि राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना है तो जड़ी-बूटी से जुड़े उत्पाद तैयार करना होगा, इसके लिए स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कृषि में रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल न करते हुए जैविक खाद का प्रयोग करें। इस अवसर पर राज्यपाल ने कृषि से सम्बंधित पुस्तकों का विमोचन किया।
मेले में विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों, वाह्य शोध केन्द्रों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त विभिन्न फर्मों द्वारा अपने-अपने उत्पादों एवं तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर विधायक श्री राजेश शुक्ला, श्री पुष्कर सिंह धामी, जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरु, पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. तेज प्रताप सिंह तथा अन्य गणमान्य उपस्थित।
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