Climate Change
पशुपालन

भारतीय परिदृश्य में पशुओं तथा उनकी उत्पादकता पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव

वर्तमान परिदृश्य में बढ़ता हुआ वैश्विक तापमान एक अत्यंत ज्वलंत समस्या है जिसका प्रमुख कारण है जलवायु परिवर्तन। इस वैश्विक गर्मी का सीधा प्रभाव पशुधन स्वास्थ्य एवं उत्पादन दोनों पर ही पड़ता है। >>>

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पशुपालन

कोविड 19 वैश्विक महामारी में पशु चिकित्सक का महत्वपूर्ण योगदान

पशु चिकित्सक वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय का एक अभिन्न और आवश्यक हिस्सा है,जो न केवल जानवरों के स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित है बल्कि पशुजन्य रोगों की रोकथाम, उपचार, प्रबंधन और नियंत्रण जैसे विविध >>>

पशुओं में भ्रूण स्थानांतरण तकनीक
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पशुओं में भ्रूण स्थानांतरण तकनीक

भ्रूण स्थानांतरण तकनीक (Embryo Transfer Technology) में, भ्रूण को एक जानवर से एकत्र किया जाता है और उसके पूर्ण विकास के लिए दूसरे जानवर में स्थानांतरित किया जाता है। जो जानवर भ्रूण देता है उसे डोनर >>>

दुधारू पशुओं में ऊष्मीय तनाव का समुचित प्रबंधन
पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं में ऊष्मीय तनाव का समुचित प्रबंधन

पशुओं के शरीर की ऊष्मा छय करने की क्षमता व प्राकृतिक क्रियाओं से शारीरिक तापमान नियंत्रित नहीं हो पाता तो उसे उष्मीय तनाव अथवा हीट स्ट्रेस कहा जाता है >>>

कोविड-19 महामारी के समय में डेरी पशुओं के सामान्य प्रबंधन हेतु महत्वपूर्ण सलाह
पशुपालन

कोविड-19 महामारी के समय में डेरी पशुओं के सामान्य प्रबंधन हेतु महत्वपूर्ण सलाह

सबसे पहले डेरी पशुपालको को यह समझना जरुरी है कि किसी को खांसी, बुखार एवं स्वास लेने में तकलीफ आदि जैसे लक्षण होने पर ही उसे कोरोना का संक्रमण हो यह जरुरी नहीं है, बल्कि यह विषाणु, स्वस्थ दिखने वाले किसी >>>

कृत्रिम गर्भाधान Artifitial insemination AI in animals
पशुपालन

अनुवांशिकी उन्नयन में कृत्रिम गर्भाधान की भूमिका

कृत्रिम गर्भाधान के कारण के प्रजनन के संबंध में सही लेखा जोखा रखना संभव होता है। इससे कौन से सांड़ की संतान अधिक लाभदायक प्रगतिशील है। इसकी प्रोजनी टेस्टिंग >>>

पशुपालन

पशुओं में उष्मीय तनाव– प्रभाव एवं बचाव

भारत में देशी पशुओं की तुलना में विदेशी पशुओं में उच्च उष्मीय तनाव का प्रभाव ज्यादा देखने को मिलता है। इसी प्रकार अधिक दूध देने वाले दुधारू पशु भी इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं। >>>

मई/वैशाख माह में पशुपालन कार्यों का विवरण
पशुपालन

मई/वैशाख माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

गर्मी से बचाव का उपाय करें। गला घोटू तथा लंगड़ियां बुखार से बचाव का टीका समस्त पशुओं में लगवाएं। पशुओं को हरा चारा पर्याप्त मात्रा में खिलाए। पशुओं को स्वच्छ ताजा जल पिलाएं तथा प्रातः एवं सायं न >>>

पशुपालन

राष्ट्रीय गोकुल मिशन: स्वदेशी पशुओं के संरक्षण एवं नस्ल सुधार

भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन की शुरूआत की गई हैं। जिसके अन्त्तर्गत के साहीवाल, गिर, राढ़ी, देवनी, थारपारकर, रेड सिंधी जैसे देशी नस्ल >>>

embryo transfer technology
पशुपालन

भ्रूण हस्तांतरण तकनीक- है क्या?

भ्रूण हस्तांतरण तकनीक या भ्रूण प्रत्यारोपण विधि और या अंग्रेजी में embryo transfer technology (ETT/ ईटीटी) एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा अपनी नस्ल की उत्त्कृष्ट मादा (embryo donor/ भ्रूण दाता) गाय मे >>>

पशुधन से समृद्धि की ओर
पशुपालन

पशुधन से समृद्धि की ओर

पशुधन व्यवसाय को अपनाकर हम स्वयं तथा अपने देश को निरन्तर समृद्धि के पथ पर अग्रसारित कर सकते हैं साथ ही पशुपालकों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ कर >>>

Method of making various medicines for the treatment of animals and their use
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं के उपचार के लिए विभिन्न औषधियां बनाने की विधि तथा उनका उपयोग

औषधि वह पदार्थ है जिन की निश्चित मात्रा शरीर में निश्चित प्रकार का असर दिखाती है। इनका प्रयोजन पशुओं के उपचार में होता है। किसी भी पदार्थ को औषधि के रूप में >>>

पशुपालन

नवजात बछड़े का प्रबंधन

माँ का पहला दूध अर्थात् खीस नवजात बछड़े को दिया जाने वाला सबसे पहला और जरूरी आहार है। खीस का निर्माण माँ के द्वारा बछड़े के जन्म से 3 से 7 दिन बाद तक किया जाता है >>>

अप्रैल/ चैत्र माह में पशुपालन कार्यों का विवरण
पशुपालन

अप्रैल/ चैत्र माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

जायद के हरे चारे की बुवाई करें एवं बरसीम चारा बीज उत्पाद हेतु कटाई करें। अधिक आय हेतु स्वच्छ दुग्ध उत्पादन करें। 3 माह पूर्व कृत्रिम गर्भाधान कराए गए पशुओं का गर्भ परीक्षण कराएं। जो पशु गर्भित >>>