पशुओं में दुग्ध ज्वर: मिल्क फीवर
दुग्ध ज्वर को प्रसवकालीन ज्वर, दूध का बुखार तथा प्रसवकालीन रक्त मूर्दा के नाम से भी जाना जाता है। इसमें मुख्यतः मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं >>>
दुग्ध ज्वर को प्रसवकालीन ज्वर, दूध का बुखार तथा प्रसवकालीन रक्त मूर्दा के नाम से भी जाना जाता है। इसमें मुख्यतः मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं >>>
सर्दियों में पशुओं को ठंड से बचाना अत्यावश्यक है। यदि पशु को ठंडी हवा व धुंध/ कोहरा से बचाव का समुचित प्रबंध ना हो तो पशु बीमार पड़ जाते हैं जिससे उनके उत्पादन में तो गिरावट आती ही है साथ ही साथ पशु >>>
भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। पशुधन के प्रबंधन में भी महिलाओं की भूमिका बढ़ रही है। पशुधन उत्पादन प्रणाली के भीतर महिलाओं की विशिष्ट भूमिका एक क्षेत्र से >>>
आज असम के “हाथी डॉक्टर” के रूप में प्रसिद्ध, डॉ. कुशल कुंअर शर्मा को चिकित्सा के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। डॉ. शर्मा ने 1990 के दशक की शुरुआत से हाथियों का इलाज करना शुरू किया। >>>
नवंबर/ कार्तिक: माह में पशुपालन कार्यों का विवरण मुंह पका खुर पका रोग का टीका अवशेष पशुओं को लगवाएं। अंतः क्रमी नाशक दवा का सेवन अवश्य कराएं। पशुओं को संतुलित आहार दें। बरसीम तथा जई अवश्य >>>