हरा अजोला दुधारू पशुओं के लिए एक वरदान
परिचय भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ अधिकतर जनसंख्या खेती आधारित व्यवसाय करती है। मिश्रित खेती के रूप में खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते है। परन्तु पशुओं को साल भर हरा चारा नहीं मिल पाता है। इस >>>
परिचय भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ अधिकतर जनसंख्या खेती आधारित व्यवसाय करती है। मिश्रित खेती के रूप में खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते है। परन्तु पशुओं को साल भर हरा चारा नहीं मिल पाता है। इस >>>
बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय में पेट्स के ग्रूमिंग और स्पा पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना के >>>
कहते है जल है तो कल है, हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध कवि रहीम ने कहा था रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून, यह कहावत एवं दोहा जल की अनिवार्यता बताने के लिए काफी है। पौधों में लगभग 10 से 90 प्रतिशत तक >>>
ब्यॉंत के 60 दिन पूर्व का समय शुष्क काल अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है इसमें पशु खुद को अगले दुग्ध उत्पादन के लिए तैयार करता है। दुग्ध काल के विपरीत शुष्क काल के अंतर्गत दीर्घ प्रकाश अवधि का प्रभाव एकदम >>>
भारतीय समाज में अंधविश्वास बहुत आम है, और गांवों में इस तरह की प्रथाएं अशिक्षा, सामान्य समझ और वैज्ञानिक जागरूकता की कमी के कारण अधिक प्रचलित हैं। पशुपालन में सदियों पुरानी मिथ्याएँ मौजूद हैं, जो >>>
पशुओं के अंतिम तीन महीने तथा प्रसव काल की अवधि जोखिम भरी होती है, इसलिए पशुपालकों को पशुओं के ब्याने के समय और उसके तुरंत बाद की सावधानियों की जानकारी होना अति आवश्यक है ताकि संभावित जोखिमों को टाला >>>
अंतर-संस्थागत अनुसंधान सहयोग, कर्मचारियों और छात्रों के प्रशिक्षण, स्नातकोत्तर अनुसंधान, डॉक्टरेट अनुसंधान और अनुसंधान परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना >>>
हिंदू धर्म में गाय को माता कहा गया है। पुराणों में धर्म को भी गौ रूप में दर्शाया गया है। भगवान श्री कृष्ण गाय की सेवा अपने हाथों से करते थे, और इनका निवास भी गोलोक बताया गया है। इतना ही नहीं गाय को >>>
मैं खुद भी एक डॉग लवर हूँ, मुझे कुत्ते पलने का पैशन है, ये मेरे लिए स्ट्रेस बस्टर का काम करते है। कुत्ता अब पार्ट ऑफ़ फैमिली है, हिन्दू रीति-रिवाज़ में कुत्ते को भैरव की संज्ञा दी गयी है, उनको बहुत >>>
पशुओं में गर्भपात की समस्या पशुपालकों की अर्थव्यवस्था पर बहुआयामी नकारात्मक प्रभाव डालती है जैसे- भविष्य की पीढ़ी की हानि, 2 बच्चों के जन्म के मध्य अधिक समय >>>
गाय एवं भैंसों में अधिकांशत गर्भावस्था के 4 से 6 महीने के बाद बच्चे की मृत्यु हो जाती है तथा जीवाणु या विषाणु का संक्रमण हो जाने से बच्चे का शरीर धीरे धीरे सड़ता या पचता रहता है इसे बच्चे का मेसीर >>>
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय द्वारा कैट शो का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह और सम्मानीय अतिथि के तौर पर श्रीमती उषा सिंह मौजूद थी। >>>
बहुधा पशु ब्याने के वक्त बिल्कुल निरोग होता है एवं ब्याने की प्रक्रिया में भी कोई मुश्किल नहीं होती परंतु रक्त में किसी खास तत्व की कमी आने से वह पशु बीमारी के लक्षण प्रकट करने लगता है। >>>
सामान्यता एक वयस्क पशु को प्रतिदिन 6 किलो सूखा चारा और 15 से 20 किलो तक हरा चारा खिलाना चाहिए। फलीदार और बिना फलीदार हरे चारे को समान अनुपात में मिलाकर खिलाना चाहिए। >>>