ग्रीष्म ऋतु में पशुओं की समुचित देखभाल
गर्मियों में पशुओं के समुचित प्रबंध पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उत्तरी पश्चिमी भारत में गर्मियां तेज व लंबे समय तक होती है। यहां गर्मियों में वायुमंडलीय तापमान 45 से 48 डिग्री सेल्सियस से भी >>>
गर्मियों में पशुओं के समुचित प्रबंध पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उत्तरी पश्चिमी भारत में गर्मियां तेज व लंबे समय तक होती है। यहां गर्मियों में वायुमंडलीय तापमान 45 से 48 डिग्री सेल्सियस से भी >>>
यह भेड़ और बकरियों का एक जीवाणु जनित रोग है जो क्लोस्ट्रीडियम परफ्रेंजेंस के कारण होता है। ओवरईटिंग (वयस्कों में) या गुर्दा रोग (मेमनों में) के रूप में भी जाना जाता है। ये बैक्टीरिया सामान्य रूप से >>>
रोगरहित नर पशु के उच्चकोटि वीर्य को मादा पशु के प्रजनन अंग में सही समय में सही स्थान पर कृत्रिम गर्भाधान उपकरण की मदद से डालना कृत्रिम गर्भाधान कहलाता है। कृत्रिम गर्भाधान की आवशयकता भारत के ग्राम >>>
स्क्रब टाइफस ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाली गंभीर बीमारी है। स्क्रब टाइफस संक्रमित चिगर्स (माइट्स) के काटने से इंसानों में फैलता है। इस रोग को बुश टाइफस के नाम से भी जाना >>>
भारत सरकार के पशुपालन एवं दुग्ध विकास विभाग अंतर्गत “वन हेल्थ सुपोर्ट यूनिट” द्वारा उत्तराखंड राज्यान्तर्गत “वन हेल्थ कार्यक्रम” की पायलट योजना प्रारम्भ की जा रही है। इस पायलट योजना से प्राप्त अनुभव >>>
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अधीन बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय में पशुचिकित्सा विज्ञान व पशुपालन स्नातक (बी.वी.एससी एंड एएच) 2022 में पास आउट हो रहे 42 विद्यार्थियों को शपथ दिलाया गया, जिसमें >>>
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के पूर्व संध्या पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिनमें स्किट, कविता वाचन, भाषण जैसे प्रतियोगिता >>>
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यालय बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय ने अपना 95वां स्थापना दिवस मनाया, इस अवसर पर पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, पटना के भूतपूर्व निदेशक डॉ. एल.एन >>>
माननीय पशुपालन मंत्री उत्तराखण्ड सरकार श्री सौरभ बहुगुणा द्वारा पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में सचिव पशुपालन डॉ. आर मिनाक्षी सुन्दरम द्वारा विभाग द्वारा >>>
बकरियाँ सामान्यतः एक ब्यात में एक, दो या तीन बच्चे तक देती है। ब्यात के दौरान बकरियों को खास रखरखाव की बहुत आवश्यकता होती है। बकरियों में ब्यात की प्रक्रिया को किडिगं कहते है। बकरियों में ब्यात की >>>
जनवरी जई, बरसीम एवं रिजका मैं आवश्यकता के अनुरूप सिंचाई करते रहना चाहिए। चारे के लिए बोई गई बरसीम एवं जई में यदि बीज लेना हो तो जई को प्रथम कटाई के बाद एवं वरसीम को तीसरी कटाई के बाद कटाई बंद कर >>>
जनन क्षमता गौ पशुओं में जनन क्षमता (यौवनारम्भ) जन्म से लेकर 24-30 माह गौ पशु में, व भैंस में 30-36 माह मे आ जाती है। जिससे दुधारु पशु के जीवन में ब्यॉत की संख्याओं का मूल्यांकन किया जाता है। जिसे >>>
जननहीनता पशुओं में प्रजनन की क्षमता कम हो जाती है। कारण 1. शरीर रचना संबंधी कारक (अ) शरीर रचना संबंधी आनुवांशिक कारण 1. अनुपस्थिति डिम्बाशय 2. अल्पविकसित डिम्बाशय 3. अंतर्लिगंता 4. श्वेत ओसर >>>
शिक्षण, अनुसंधान, प्रकाशन और अन्य अकादमिक गतिविधियों में आपसी सहयोग के लिए मंगलवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची और टोक्यो, जापान के सोका विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया >>>