पशुपालन समाचार

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने “कामधेनु दीपावली अभियान” मनाने के लिए देशव्यापी अभियान शुरू किया

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (आरकेए) ने इस साल दीपावली त्योहार के अवसर पर “कामधेनु दीपावली अभियान” मनाने का अभियान शुरू किया है। >>>

डेरी पालन

गाय की स्वदेशी नस्लों के संरक्षण, संवर्धन एवं सतत विकास का सशक्त माध्यम बन सकती हैं गौशालाए

गौ माता मातृशक्ति की साक्षात प्रतिमा है। जिस दिन विश्व में गायें नहीं रहेंगी उस >>>

पशुपालन समाचार

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निराश्रित दुर्घटना ग्रस्त पशुओं की सहायतार्थ आपतकालीन वाहन का शुभारम्भ किया

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा हल्द्वानी तहसील प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में 11936.77 लाख की 62 योजनाओं का लोकापर्णशिलान्यास किया। >>>

पशुपालन समाचार

स्टाम्प ड्यूटी अधिभार का 50 प्रतिशत गौ संवर्धन एवं संरक्षण पर खर्च होगा- मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कृषि को किसानों के लिए लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए प्रगतिशील कृषकों के साथ मिलकर नवाचार करने, जैविक तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने, भौगोलिक परिस्थितियों और जलवायु के आधार पर शोध कर फसल उत्पादन की सलाह देने पर जोर दिया है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुधन के प्रति अमानवीय व्यवहार, क्रूरता तथा संगरोध हेतु सुरक्षा अधिनियम एवं कानून

कई बार ऐसा होता है कि पशुपालक, पशु की मौलिक आवश्यकता एवं क्षमता को नज़र अंदाज़ करके लगातार उसका उपयोग उत्पादन लेने एवं खेती संबंधी कार्य करने में लगा रहता है। पशु के प्रति ऐसा व्यवहार करने से पशु के उत्पादन एवं उसकी कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिसके कारण पशु बीमार रहने लगता है और अंतत: पशु की मृत्यु हो जाती है। >>>

पशुपालन समाचार

मध्य प्रदेश में नई दृष्टि और नई दिशा के साथ हो गौ-संरक्षण: राज्यपाल श्री लालजी टंडन

मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा कि गोवंश संरक्षण और संवर्धन के लिए >>>

पशुओं की बीमारियाँ

नीलर्सना (ब्लूटंग) रोग कारण और लक्षण

पशुओं में कई प्रकार के रोग होते हैं जिन्हें दो प्रमुख वर्गाे में बाँटा जा सकता हैः संक्रामक रोग- जो जीवाणु, विषाणु, कवक, और परजीवी कारकों से होते हैः असंक्रामक रोग जो कि पशु की शारीरिक क्षमता, पोषक तत्वों की कमी, विषाक्तता तथा उत्पादन से जुड़ी समस्याओं के कारण होते है। >>>

पशुपालन समाचार
पशुपालन

पशु प्रेम एवं पशु कल्याण का सामाजिक जीवन में महत्व

भारतवर्ष में लगभग 70 प्रतिशत आबादी कृषि एवं कृषि संबंधी व्यवसायों पर निर्भर करती है। शहरों और गाँवों का आपस में गहरा संबंध है क्योंकि ग्रामीण आँचल में पैदा होने वाला खाद्यान एवं कच्चा माल शहरों में भेजा जाता है और आवश्यक दैनिक वस्तुएं ग्रामीण आँचल में जाती है। >>>

पशुपालन

आइये दुधारू पशुओें के व्यवहार को समझें

हमारा देश भारत दूध उत्पादन में शीर्ष पर है और इसका उत्पादन प्रति वर्ष 185 मिलियन टन से अधिक हो चूका है, राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (2018.19)। दुधारू पशु मुख्यता छोटे एवं मध्यम वर्गी किसानो द्वारा रखे जाते है जिनके पास सीमित भूमि और उन पर खर्च करने की समता काफी कम रहती है। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पर्यावरण को प्रदूषित करती शोथहारी, पीड़ाहारी एवं ज्वरनाशक औषधियां

जब भी हमें दर्द, ज्वर या सूजन (शोथ) होती है तो इनको हरने के लिए औषधी लेने में तनिक भी देरी नहीं करते हैं। इसी प्रकार जब भी पशु को रोग चाहे जो भी, लेकिन इन औषधीयों का उपयोग धड़ल्ले से किया जाता है। पशु के मरणोपरान्त जब गिद्ध इनका भक्षण करते हैं तो उनकी जान को खतरा बढ़ जाता है। >>>