पेट केयर

अपने पालतू जानवर को रेबीज़ से बचाये

रेबीज तंत्रिका तंत्र की एक बीमारी है जो एक वायरस द्वारा होती है ,जो मनुष्य और जानवर दोनों को प्रभावित करता है। यह वायरस तंत्रिका तंत्र द्वारा मस्तिष्क को संक्रमित करता है और अंततः यह मौत का कारण बनता है। रेबीज गर्म खून वाले जानवरों की बीमारी है, आमतौर पर यह लोमड़ियों, झालरों, चमगादड़ों, मवेशियों, घोड़े, कुत्ते और बिल्लियाँ में होता है। >>>

भेड़ बकरी पालन

भेड़ बकरियों में रेबीज रोग

रेबीज से संक्रमित पशु की लार के मनुष्य के संपर्क में आने पर रेबीज बीमारी का संक्रमण हो जाता है। जब कभी भेड़ या बकरी जिसमें स्नायुवीक लक्षण प्रदर्शित हो रहे हो, तो हमेशा यह याद रखें की प्रभावित पशु >>>

पशुओं की बीमारियाँ

वन हेल्थ कार्यक्रम के अंतर्गत पशुजन्य (Zoonotic) रोगों के नियंत्रण में पशु चिकित्साविदो का योगदान

पशुजन्य रोग अथवा Zoonosis ऐसे संक्रामक रोग हैं जो विभिन्न प्रजातियों जैसे : पशुओं से मनुष्यों में अथवा मनुष्यों से पशुओं तक संचारित होते हैं I अन्य शब्दों में कहें तो रोगों के विभिन्न कारक जो >>>

पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं के प्रमुख रोग व उनका उपचार

दुधारू पशुओं में अनेक कारणों से बहुत सी बीमारियाँ होती है। सूक्ष्म विषाणु, जीवाणु, फफूंदी, अंत: व ब्रह्मा परजीवी, प्रोटोजोआ, कुपोषण तथा शरीर के अंदर की चयापचय (मेटाबोलिज्म) क्रिया में विकार आदि प्रमुख कारणों में है >>>

पब्लिक हेल्थ

प्राणीरूजा रोग: स्वस्थ भविष्य के लिए आवश्यक है जागरूकता

सार प्राणीरूजा रोग ऐसे रोग और संक्रमण जो कशेरूकी पशुओं (पालतू एवं वन्य जीवों) और मनुष्यों के बीच संचरित होते हैं और समय-समय पर मनुष्यों बहुत बड़े पैमाने पर संक्रमण और मृत्यु का कारक बनते हैं। >>>

पशुओं के संक्रामक रोग लक्षण एवं रोकथाम
पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं के संक्रामक रोग लक्षण एवं रोकथाम

संक्रामक रोग सभी पशु और पक्षियों में फैलते हैं और इसका प्रभाव यह होता है की पशुपालक अपनी आर्थिक छति से उबर नहीं पाता है अतः बचाव ही मात्र एक समाधान है। कहा जाता है की बीमारी की रोकथाम उपचार से बेहतर है >>>

पशुओं की बीमारियाँ

रेबीज: एक जानलेवा बीमारी

रेबीज एक घातक बीमारी है, जो कि एक विषाणु के कारण होती है। ये विषाणु संक्रमित पशुओं के लार में पाया जाता है। यह एक पशुजन्य रोग यानि जूनोटिक बीमारी है। जो बीमारी इंसानों से जानवरों और जानवरों से इंसान >>>

पशुओं की बीमारियाँ

बैकयार्ड पोल्ट्री/ शूकर से मनुष्यों में फैलने वाली पशु जन्य/जूनोटिक बीमारियों से बचाव हेतु जैव सुरक्षा उपाय

स्वाइन फ्लू एवं बर्ड फ्लू, रेबीज आदि ऐसे संक्रामक रोग हैं ,जो कि पशुओं से मनुष्यों में फैलते हैं ,इस प्रकार से पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों को जूनोटिक रोग कहते हैं। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाली पशुजन्य/ जूनोटिक बीमारियों से बचाव हेतु “जैव सुरक्षा उपाय”

एवियन इनफ्लुएंजा/ बर्ड फ्लू स्वाइन फ्लू एवं रेबीज इत्यादि विभिन्न ऐसे संक्रामक रोग है जो कि पशुओं से मनुष्यों में फैलते हैं इस प्रकार से पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों को पशु जन्य रोग या जूनोटिक रोग कहते हैं। >>>

पशुओं की बीमारियाँ

रेबीज (Rabies) एक जानलेवा रोग: कारण, लक्षण, बचाव एवं रोकथाम

रेबीज़ (Rabies)- इसे जलांतक (Hydrophobia) जलभीति और हड़किया रोग के नाम से भी जानते हैं। यह एक ऐसा विषाणुजनित रोग है जिसमें मुख्यतः चमगादड़,  कुत्ते या बंदर के काटने से, उसकी लार के द्वारा विषाणु  मानव/ काटे जाने वाले पशु के मष्तिष्क तंतु कुप्रभावित करते हैं और मष्तिष्कशोथ (Encephalitis) की स्थिति पैदा हो जाती है। >>>