8 मार्च 2020: बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में डॉग शो का आयोजन किया गया जिसमे 70 डॉग्स का पंजीकरण हुआ। इस डॉग शो में पामेलियन, लैब्राडोर, जर्मन शेफ़र्ड़, सेंट-बर्नार्ड, बीगल, साइबेरियन हस्की, बुलडॉग जैसे कई ब्रीड्स के डॉग देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारम्भ पूर्व निदेशक वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के पी.आर सिन्हा, बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के भूतपूर्व डीन डॉ बी.बी.वर्मा, रेरा ट्रिब्यूनल पटना के सदस्य एस.के. सिंह, इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट, इज़्ज़तनगर, बरेली के प्रोफेसर डॉ. ए.एम पावड़े, डॉ रेखा पाठक, कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह और डीन डॉ.जे.के.प्रसाद ने डीप प्रज्ज्वलित कर किया।
डॉग शो में एन.डी.आर.एफ के स्वान दस्ता के स्वानों के द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया, साथ ही स्वान दस्ता द्वारा आपदा के दौरान स्वान दस्तो के कार्य करने के तरीकों का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जे.के.प्रसाद ने स्वागत भाषण दिया, उन्होंने कहा की इस डॉग शो से हमारे विद्यार्थियों को डॉग्स के विभिन्न प्रजाति के डॉग्स के बारे में जानकारी मिलेगी, उन्होंने बताया की पुरे वर्ल्ड में करीब 350 प्रजाति के कुत्तों का रजिस्ट्रेशन है, जो अलग-अलग देश में वहां के पर्यावरण के अनुरूप है। अब भारत में कई विदेशी नस्लों के डॉग्स को लोग पाल रहे है।
बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के भूतपूर्व डीन डॉ बी.बी.वर्मा ने कहा की अब लोगो की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रही है, लोग एनिमल्स को अब घरों में जगह दे रहे है, अब डॉग्स लगभग हर परिवार में एक सदस्य है। आप किसी भी घरों में जायेंगे तो दरवाजे पर दस्तक देते ही कोई आपका स्वागत करता है तो वो कुत्ता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी डॉग्स बहुत अहम् भूमिका निभाते है।
इस अवसर पर इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट, इज़्ज़तनगर, बरेली से आये डॉ. ए.एम पावड़े और डॉ रेखा पाठक निर्णायक के तौर पर मौजूद रहे। डॉग शो के आयोजन में डॉ. रमेश तिवारी, डॉ. ज्ञानदेव सिंह, डॉ. पल्लव शेखर, डॉ. अलोक कुमार, डॉ. विवेक कुमार सिंह, डॉ. संजय भारती अदि ने अहम् भूमिका निभाया।
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