ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने किया गोशालाओं का निरीक्षण

4
(21)
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, मत्स्य व पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत घंडावल, बटूही, बदोली व बड़साला में विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को समय सीमा के तहत इनको पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने घंडावल व बड़साला में गऊशालाओं का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया मनरेगा के तहत 10 लाख रूपये की लागत से बदोली-बटूही को जोड़ने वाले निर्माणीधीन पुल का कार्य प्रगति पर है और इसे शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बदोली में 3.5 लाख रूपये की लागत से निर्मित बदोली शमशान घाट का भी दौरा किया तथा मनरेगा के तहत पूर्ण किए गए निर्माण कार्य पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि लोगों की सुविधा के लिए इसकी चारदीवारी सहित यहां रेन शैल्टर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने भलोला पुल के अंतिम चरण के कार्य भी देखा।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव एवं इसके फैलाव की रोकथाम के लिए संपूर्ण राष्ट्र में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। इस लॉकडाउन के दौरान विभिन्न विकास कार्यों एवं जीविकोपार्जन गतिविधियों पर विराम लगने से निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए दो वक्त की रोटी और दिहाड़ी की चिंता सता रही थी। विकास कार्यों को कुछ शर्तों के साथ पुन: शुरू करने की अनुमति मिलने पर प्रदेश सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर श्रमिकों एवं मजदूरों की चिंता को दूर करने के प्रयास किए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा वर्तमान में 2.40 लाख लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं विभिन्न पंचायतों में जाकर विकास कार्यों का जायजा ले रहे हैं। कौन-कौन से कार्य प्रगति पर हैं, उनका निरीक्षण करके तेजी लाने के निर्देश दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के क्रियान्वयन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पांच सूत्रों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कामगारों को जागरूक करके सुनिश्चित किया जा रहा है कि घर से जब भी निकलें मास्क या फेस कवर पहन कर निकलें, दो गज की दूरी कायम रखें, अपने मुंह, नाक व कान को हाथ लगाने से बचना है, बार-बार साबुन से हाथों को धोना है, साफ-सफाई एवं व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना है, पौष्टिक आहार लेना है ताकि हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत रहे। उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि यदि कोई लक्षण पाए जाएं तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना है। उन्होंने कहा कि अब हमें इस बीमारी से लड़ना भी है और विकास कार्यों में भी तेजी लानी है। आपदा के इस दौर में केंद्र सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ रूपये के पैकेज से विभिन्न विकास कार्यों सुदृढ़ होंगे।
इस अवसर पर बीडीसी अध्यक्षा रानी गिल, कुटलैहड़ भाजपा मंडलाध्यक्ष मास्टर तरसेम लाल, वरिष्ठ भाजपा नेता कैप्टन मंगत राम शर्मा, प्रधान गऊशाला कमेटी घंडावल गुरदयाल सिंह, प्रधान बड़साला सुरेश बांका, प्रधान बदोली अनुराधा शर्मा व उपप्रधान सुरेश कुमार, पशुपालन विभाग के उप-निदेशक जयसिंह सेन सहित आईपीएच, पीडब्ल्यूडी व विद्युत विभाग के एसडीओ सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
और देखें :  हिमाचल प्रदेश में ऊना के बरनोह गांव में स्थापित हो रहा है मुर्राह प्रजनन केंद्र

यह लेख कितना उपयोगी था?

इस लेख की समीक्षा करने के लिए स्टार पर क्लिक करें!

और देखें :  हिमाचल प्रदेश सरकार राज्य में पश्मीना उत्पाद को दे रही बढ़ावा

औसत रेटिंग 4 ⭐ (21 Review)

अब तक कोई समीक्षा नहीं! इस लेख की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

और देखें :  पूर्णबंदी के दौरान 31 हजार से अधिक पशुओं को चिकित्सा सहायता की प्रदान

हमें खेद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी नहीं थी!

कृपया हमें इस लेख में सुधार करने में मदद करें!

हमें बताएं कि हम इस लेख को कैसे सुधार सकते हैं?

Author

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*