पशु क्रेडिट कार्ड योजना के तहत हरियाणा के सभी लाभार्थी पशुपालकों को 1 लाख 60 हजार तक का मुफ्त ऋण दिया जाएगा। कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के अनुसार पशुओं की संख्या के आधार पर ऋण प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत तीन लाख तक का ऋण दिया जा सकता है। हालांकि केवल 1 लाख 60 हजार तक का ऋण ही बिना किसी ब्याज दर के प्रदान किया जाएगा। इससे ऊपर की रकम के लिए कम ब्याज दर निहित किए जाएँगे।
पशु क्रेडिट कार्ड लोन स्कीम के प्रमुख बिंदु
असल में ऋण लेने पर 7 प्रतिशत ब्याज दर निहित है। परंतु इसमें से 3 प्रतिशत की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है। ऋण की रकम समय के अंदर लौटा देने पर बचे हुए 4 प्रतिशत पर भी छूट दे दी जाएगी। ऋण लेने के पश्चात 1 साल के समय के अंदर अंदर ऋण की राशि लौटानी होगी। यदि आप ऐसा करने में सफल रहे तो 1 लाख 60 हजार तक लिए गए ऋण बिना किसी ब्याज दर दिए जाएँगे। ऋण की कीमत लौटाने में असमर्थ सिद्ध होने पर ब्याज दर बढ़ता जाएगा। इसके अलावा 1 लाख 60 हजार से ऊपर की रकम के लिए कम ब्याज दर तय किए गए हैं। योजना के तहत मिलने वाली कर्ज की रकम किस आधार पर तय की जाएगी?
कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के अनुसार पशुओं की संख्या के आधार पर ऋण प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक पशु के लिए एक राशि तय की गई है। हरियाणा पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना के तहत एक भैंस के लिए 60249 रुपये, एक गाय के लिए 40783 रुपये, एक सुअर के लिए 16337 रुपये, प्रत्येक भेड़-बकरी के लिए 4063 रुपये, एक अंडा देने वाली मुर्गी के लिए 720 रुपये और एक मुर्गी ब्रायलर के लिए 161 रुपये का ऋण दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त किसानों को प्रति मुर्रा भैंस 76300 रुपए, प्रति विदेशी गाय 71325 रुपए और प्रति स्वदेशी गाय 70825 रुपए तक का ऋण दिया जा सकता है
इस योजना का लक्ष्य पशुपालन को बढ़ावा देना और पशुपालकों की आर्थिक सहायता करना है। योजना के तहत हरियाणा के लगभग 8 लाख किसानों को इस योजना के जरिए लाभ पहुँचाने का लक्ष्य है। इसके लिए अब तक लगभग 1 लाख 40 हजार किसानों का आवेदन करवाया जा चुका है। योजना की सभी औपचारिकताएँ पूरी हो जाने के पश्चात किसानों को योजना के अंतर्गत मिलने वाला क्रेडिट कार्ड दे दिया जाएगा। इस क्रेडिट कार्ड के जरिए वे ऋण लेकर कृषि हेतु या अन्य किसी आवश्यकता के लिए कुछ भी खरीद सकते हैं। ऋण की रकम 6 किश्तों में आपके क्रेडिट कार्ड तक पहुँचेगी। ऋण की रकम की पहली किश्त आने के एक साल के पश्चात तक संपूर्ण ऋण राशि वापस लौटाना अनिवार्य है। तभी आप मुफ्त ऋण के लाभार्थी होंगे अन्यथा आपको ब्याज दर भरना होगा।
हरियाणा पशुधन क्रेडिट कार्ड के लाभार्थी कौन होंगे?
कोई भी किसान जो पशु पालन करता है वह इस योजना का लाभ उठा सकता है बशर्ते निम्न सभी बातें उस पर लागू होती है:
- आवेदक स्थाई रूप से हरियाणा निवासी होना चाहिए।
- आवेदक पशुपालक होना चाहिए। पशुओं में गायों व भैंसों का होना अनिवार्य है।
- आवेदक के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड होना चाहिए।
- आवेदक के पास एक वैध मोबाइल नंबर होना चाहिए।
हरियाणा पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना में आवेदन, रजिस्ट्रेशन कैसे करें:
आवेदन हेतु निम्नलिखित में से कोई भी एक तरीका चुनकर योजना के लिए आवेदन किया जा सकता है।
डेरी मिल्क प्लांट के जरिए: योजना के तहत हरियाणा में 24 डेरी मिल्क प्लांटस का चुनाव किया गया है। पशुपालन अधिकारियों व डाटा ऑपरेटरों द्वारा इन्हीं डेरी मिल्क प्लांटस के कलेक्शन प्वाइंट पर किसानों से हरियाणा पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना में रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरवाया जाएगा। हर एक पशु की जानकारी व तस्वीर अंकित की जाएगी। किसानों द्वारा आवेदन पत्र भर देने के पश्चात विभाग के लोग बैंक के साथ आगे की औपचारिकताएँ पूरी करेंगे जिसके पश्चात अगले दिन उसी मिल्क प्लांट के कलेक्शन प्वाइंट पर ही लाभार्थी को क्रेडिट कार्ड दे दिया जाएगा जिसके पश्चात वह योजना के तहत कार्ड से मिलने वाले लाभ उठा सकता है।
बैंक के जरिए: इसके अतिरिक्त हरियाणा पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना में रजिस्ट्रेशन का फॉर्म किसानों द्वारा सीधे बैंक में जाकर भी भरा जा सकता है। इसके लिए आवेदन पत्र भरकर बैंक में ही जमा करवाना होगा। आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और अपनी पासपोर्ट साइज फोटो भी जमा करवा दें। इसके पश्चात सभी दस्तावेजों की जाँच करके व अन्य औपचारिकताएँ पूरी करके एक महीने के भीतर आप तक क्रेडिट कार्ड पहुँचा दिया जाएगा।
हरियाणा पशु क्रेडिट कार्ड लोन योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य योजना के जरिए न केवल किसानों को 1 लाख 60 हजार तक की आर्थिक सहायता बिना ब्याज दर व इससे ऊपर 3 लाख तक की रकम कम ब्याज दर पर प्रदान करना है बल्कि पशुपालन को भी बढ़ावा देना भी है।
पशु किसान क्रेडिट कार्ड किसानों के लिए किस प्रकार लाभकारी है?
जो किसान आर्थिक रूप से सशक्त नहीं हैं और ना ही उनके पास अपनी जमीन है उन्हें अपने पाले हुए पशुओं की संख्या के आधार पर बिना गारंटी और बिना ब्याज दर ऋण प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार ये योजना किसानों की आर्थिक सहायता हेतु बहुत लाभकारी सिद्ध होती है।
क्या तीन लाख तक का ऋण बिना गारंटी व बिना किसी ब्याज दर दिया जाएगा?
ये बात बिल्कुल सही है कि तीन लाख तक का ऋण बिना किसी गारंटी दिया जाएगा। परंतु केवल एक लाख साठ हजार तक का ऋण ब्याज मुक्त होगा उसके ऊपर लिया गया ऋण कम ब्याज दरों पर नियुक्त होगा।
योजना का लाभ उठाने हेतु कितने पशु होने चाहिए?
योजना का लाभ उठाने हेतु पशुओं की संख्या तय नहीं की गई है। आपको अपने पाले हुए पशुओं की संख्या के अनुसार, प्रति पशु तय किया गया ऋण दिया जाएगा। हालांकि योजना का लाभ उठाने हेतु आपके द्वारा पाले गए पशुओं में गायों और भैंसों का होना अनिवार्य है।
मिले गए ऋण से क्या-क्या किया जा सकता है
ऋण की रकम का प्रयोग कृषि के कार्य व पशुओं के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सामान जैसे की दुधारू पशुओं के लिए खल, बिनौले, चारा आदि लाने में प्रयोग किया जा सकता है। ऋण की रकम से किसानों के लिए अपने पशुओं का ख़्याल रख पाना आसान हो जाएगा।
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