बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा माननीय मंत्री पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग श्री मुकेश सहनी के सम्मान में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। मंत्री बनने के बाद विश्वविद्यालय में ये उनका पहला दौरा था। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. सतीश कुमार गर्ग, डीन बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. जे.के. प्रसाद व् अन्य वरीय पदाधिकारियों ने पुष्प गुच्छ देकर मंत्री का स्वागत किया।
अपने अभिभाषण में माननीय मंत्री ने कहा की पशुपालन, मत्स्यपालन, डेयरी और इनसे जुड़े क्षेत्र में बहुत काम किया जाना है, मुझे जो ज़िम्मेदारी दी गयी है इसपर मैं अपना शत-प्रतिशत दूँगा और विभाग को बेहतर बनाने के लिए मैं कृतसंकल्पित हूँ। उन्होंने कहा की राज्य हित में अपना बेहतर देने का प्रयास करेंगे जिससे इस राज्य और यहाँ के पशुपालकों, मत्स्यपलकों, किसानों का उत्थान हो सके जिसके लिए कई नयी योजनाओं पर काम किया जा रहा है साथ ही केंद्र की योजनाएं जिसमे प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना और अन्य को धरातल पर लाया जा सके।
उन्होंने आगे कहा की वर्तमान में राज्य में प्रतिदिन बीस लाख लीटर दूध का उत्पादन किया जा रहा है आने वाले समय में इसे चालीस लाख लीटर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इसके लिए गौपालकों को बेहतर सुविधाएँ, संसाधन और स्कीम दिया जायेगा जिससे उनका और राज्य का विकास हो। इस क्षेत्र में पशुचिकित्सकों, सहायकों व् अन्य रिक्त पदों को भरने के लिए जल्द ही रिक्तियां निकल कर भरे जायेंगे, उन्होंने कहा की जब तक मैनपावर नहीं होगा हम बेहतर कार्य नहीं कर सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय से इसपर सुझाव माँगा की कैसे लोगो को रोजगारोन्मुख बनाया जा सके और कहा की आने वाले पीढ़ी को एक बेहतर बिहार बनाकर देंगे जिसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने की जरुरत हैं।
प्रखंड स्तर पर पशुचिकित्सकों की कमी पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने बताया की पशुपालकों के हित को ध्यान में रखते हुए प्रखंड स्तर पर मोबाइल वेटरनरी एम्बुलेंस सेवा प्रारम्भ किया जाना है जिससे पशुपालकों को अपने स्थान पर रह कर ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय के पशु चिकित्सालय का भ्रमण भी किया और वहां के सुविधाओं और नवीन उपकरणों के इस्तेमाल से चल रहे चिकित्सा को देखकर सराहना किया साथ ही विश्वविद्यालय के नए भवन का प्रोजेक्ट प्लान भी देखा।
इस अवसर पर कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने माननीय मंत्री को विगत तीन सालों में हुए विश्वविद्यालय की गतिविधियों और कार्य प्रणाली से अवगत कराया, अपने अभिभाषण में कुलपति ने बताया की लॉक-डाउन के बावजूद भी विश्वविद्यालय ने समय अवधि के अंदर सिलेबस को पूरा कर लिया है, और एग्जाम भी लिया जा चूका है, उन्होंने लॉक डाउन के दौरान किये गए कार्यों का उल्लेख किया और राज्य में पशुधन सहायकों की जरुरत पर माननीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट करवाया। स्वागत समारोह में विश्वविद्यालय के अभी वरीय पदाधिकारीगण, शिक्षणगण और कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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