देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती 25 दिसंबर, 2020 को सुशासन दिवस के अंतर्गत गुजरात के 248 तहसील मुख्यालयों पर किसान कल्याण कार्यक्रम आयोजित कर धरती पुत्रों को कृषि कल्याण उन्मुख विभिन्न लाभ-सहायता वितरित की गयी।
मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने राज्य के किसानों के सर्वग्राही उत्कर्ष और कृषि विकास के जरिए किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य में ‘सात पगलां खेड़ूत कल्याण ना’ यानी सात कदम किसान कल्याण के योजना शुरू की है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी जी ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ का जो नारा दिया है, उसे साकार करते मुख्यमंत्री की प्रेरणा से इन कृषि कल्याण कार्यक्रमों में 248 स्थानों पर उपस्थित रहने वाले लाभार्थी किसानों को श्री रूपाणी टेक्नोलॉजी के माध्यम से गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक साथ मार्गदर्शन दिया।
उप मुख्यमंत्री श्री नितिनभाई पटेल ने महेसाणा में होने वाले कार्यक्रम में तथा राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक व पदाधिकारियों के अलावा बोर्ड एवं निगमों के अध्यक्ष राज्य के अलग-अलग जिलों की कुल 248 तहसीलों में होने वाले इस कार्यक्रम में सहभागी बनकर उपकरण-लाभ का वितरण किया।
मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी के दूरदर्शी नेतृत्व में कृषि, उद्योग और सेवा सहित तमाम क्षेत्रों के सर्वग्राही विकास में नए संशोधन और अद्यतन खेती के साथ गुजरात देश में विकास का रोल मॉडल बना है। अब, मुख्यमंत्री ने सात कदम किसान कल्याण के योजना के तहत किसानों के आर्थिक उत्थान को नई दिशा देने के लिए सीमांत किसानों और खेतिहर मजदूरों को अद्यतन उपकरणों का वितरण, गाय आधारित खेती तथा किसान परिवहन योजना और मुख्यमंत्री फसल भंडारण संरचना योजना के अंतर्गत उदार सहायता देने का कल्याणकारी दृष्टिकोण अपनाया है।
मुख्यमंत्री ने खेत समृद्धि से ग्रामीण संस्कृति समृद्धि और उसके माध्यम से शहर, राज्य और देश की समृद्धि की दिशा में सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ते हुए गुजरात को उत्तम से सर्वोत्तम बनाने का सुशासन का संकल्प किया है। जिसके अंतर्गत पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी जी की जयंती 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के अवसर पर गुजरात के किसानों को उपकरणों की सहायता की बड़ी भेंट मुख्यमंत्री ने प्रदान की।
गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय समारोह के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने 248 तहसील मुख्यालयों में उपस्थित रहने वाले लाभार्थी किसानों को प्रेरक मार्गदर्शन दिया। मुख्यमंत्री द्वारा पूर्णतः देशी गाय आधारित प्राकृतिक खेती करने वाले 1 लाख से अधिक लाभार्थी किसानों को सुशासन दिवस के अवसर पर 48 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की गयी। इसके अलावा, 12,400 लाभार्थियों को जीवामृत बनाने के लिए 75 फीसदी की सहायता, किसान परिवहन योजना के तहत 1000 लाभार्थी किसानों को सहायता, फल-सब्जियां खराब होने से बचाने को 16,500 विक्रेताओं को ‘गुजरात सरकार नो छांयड़ो’ यानी गुजरात सरकार की छाया के अंतर्गत निःशुल्क छत्री-शेड का प्रतीक स्वरूप वितरण किया गया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत गुजरात के 51.34 लाख किसान परिवारों के बैंक खाते में 1027 करोड़ रुपए की किस्त प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिए प्रधानमंत्री की ओर से भेजी गयी। मुख्यमंत्री ने सुशासन दिवस के इस अवसर को पशुपालकों के, गरीबों और वंचितों के विकास पर्व के रूप में मनाकर सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को चरितार्थ करने के दिवस के रूप में मनाने का भी आयोजन किया है। इसके अंतर्गत पशुपालकों को उनके गांव और घर की चौखट पर ही पशु उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए चलता-फिरता पशु दवाखाना योजना के तहत राज्य स्तर पर 51 वाहनों तथा तहसील स्तर पर 99 वाहनों का लोकार्पण किया गया।
श्री रूपाणी ने वंचितों व दरिद्रनारायणों के विकास से सुशासन की और स्वराज से सुराज की संकल्पना को साकार करने इस सुशासन दिवस पर गरीब कल्याण मेला के तहत 34 हजार लाभार्थियों को सहायता-लाभ देने का आयोजन किया है। राज्य के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के समूहों को पर्याप्त आय उपलब्ध कराने और स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 30 हजार से अधिक लाभार्थियों को मानव कल्याण योजना एवं मानव गरिमा योजना के अंतर्गत निःशुल्क उपकरण व औजार भी इन 248 तहसीलों में वितरित किए गए।
सर नमस्ते मेरी सह्याद्री सामाजिक व शैक्षणिक संस्था विंचुरे यह नाम की संस्था है तो उस संस्था के माध्यम से पशुपालन करने वाले किसान भाईयोको गाय म्हैस बैल शेळ्या मेंढ्या कोंबडी ईसको चलता फिरता दवाखाना चलाना चाहता हुं तो मुझे मंजूर देणे के लिये आपके सभी पत्र क्यवहार करके आपको डाकुमेन्ट की पुरतता कर सकता हुं