भारतीय पशुचिकित्सा संघ के अध्यक्ष डॉ. चिरंतन कादियान ने पशुचिकित्सक पर हुए हमले की निष्पक्ष जांच की मांग की है

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भारतीय पशुचिकित्सा संघ के अध्यक्ष डॉ. चिरंतन कादियान ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पशुचिकित्सक डॉ. नरेन्द्र तोमर पर हुए हमले की निंदा की तथा हमलावरों पर तुरंत निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की है, उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि 27 दिसंबर की रात्रि डॉ. नरेन्द्र तोमर के साथ स्थानीय सांसद के रिश्तेदारों ने मारपीट की, तत्पश्चात नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जबलपुर में पुलिस ने रेड मार कर डॉ. नरेन्द्र तोमर एवं अन्य निर्दोष छात्रों को विभिन्न आपराधिक धाराओं के अंतर्गत हिरासत में लिया। डॉ. कादियान ने डॉ. नरेन्द्र तोमर समेत 100 वेटरनरी कॉलेज के छात्रों पर विभिन्न धाराओं पर लगाये गए निराधार आरोपों को भी तुरंत हटाने की मांग की है।

क्या है मामला?

रविवार देर रात सड़क हादसे में कार में लगे मामूली से स्क्रैच पर जबलपुर, मध्य प्रदेश में भारी बवाल हो गया, यहां तक कि पूरे वेटरनरी कॉलेज को पूरी छावनी में तब्दील कर दिया गया और 82 वेटरनरी कॉलेज के छात्रों को अपराधियों की तरह पूरी रात थाने में पूछताछ के लिए रखा गया। दरअसल रात पौने 12 बजे के लगभग वेटरनरी कॉलेज के छात्र डॉ. नरेन्द्र तोमर के वाहन से भाजपा सांसद राकेश सिंह के भतीजे तनिष्क राज सिंह के दोस्त के वाहन में मामूली टक्कर उस समय लग गयी थी जब तनिष्क फुफेरे भाई आयुष सिंह, दोस्त प्रखर द्विवेदी की कार में उसकी मां के साथ सर्किट हाउस नंबर दो के सामने से गुजर रहे थे।

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प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक गाड़ी में स्क्रैच लगने पर डॉ. नरेन्द्र तोमर ने माफी मांगी, परन्तु सांसद के भतीजे तनिष्क और उसके दोस्तों ने उसे सजा के तौर पर मुर्गा बनने के लिए दबाव डाला और मारपीट की, फिर मौके पर पहुंचे वेटरनरी कॉलेज के छात्रों ने पहले बीच बचाव किया और फिर उनके और तनिष्क और उसके दोस्तों के बीच मारपीट हुई। सांसद के भतीजे के साथ मारपीट की खबर फैलते ही उनके समर्थक वेटरनरी कॉलेज कैंपस में घुस आये और उन्होंने 20-25 वेटरनरी कॉलेज के छात्रों और बीच बचाव करने आये वेटरनरी कॉलेज के प्रोफेसरों के साथ मारपीट की, इस दौरान कॉलेज छात्रों द्वारा उन पर पथराव भी किया गया।

बात सांसद के भतीजे की थी तो हंगामे की खबर पाकर एसपी भी सिटी की नाइट पुलिस लेकर मौके पर पहुंच गए और रात्रि ड्यूटी में मौजूद पूरे शहर के टीआई व बल को बुला लिया गया। फिर पुलिस ने आधी रात को छात्रों की धर-पकड़ के लिए वेटरनरी कॉलेज  के सुभाष छात्रावास में धावा बोल दिया, अगर कमरे खोलने में थोड़ी भी देरी हुई तो दरवाजे को लात मारकर तोड़ दिया गया। 82 छात्रों को अपराधियों की तरह कड़कड़ाती ठंड में 14 किमी दूर खमरिया थाने में रखा गया। पुलिस ने 79 छात्रों को दुसरे दिन सुबह छोड़ा तथा तीन अन्य छात्रों को शाम चार बजे जाकर छोड़ा। वेटरनरी कॉलेज के छात्रों में भय का माहोल है तथा छात्रों ने पूरे घटनाक्रम के बारे में लिखित जानकारी कॉलेज प्रबंधन को दी है। डीन को दिए गए ज्ञापन में छात्रों ने आशंका व्यक्त की है कि सांसद अपने पद का दुरुपयोग कर सकते हैं। छात्रों ने डीन से प्रकरण के निराकरण कराने का अनुरोध किया है।

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