उन्नत नस्ल के पशुधन से पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनायें- श्री लालचन्द कटारिया

5
(34)

कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि प्रदेश के पशुपालकों के हित को सर्वोपरि रखते हुए पशुपालन व्यवसाय को और अधिक लाभकारी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि नस्ल सुधार के लिए प्रदेश में संचालित कृत्रिम गर्भाधान जैसी महत्वपूर्ण योजना को कडाई से लागू किया जायेगा ताकि पशुपालकों को उच्च गुणवत्ता व उत्पादकता के अच्छी नस्ल के पशु उपलब्ध हो सकें।

उन्नत नस्ल के पशुधन से पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनायें

रविवार को पशुपालन विभाग, जयपुर एवं महावीर इंटरनेशनल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय पशु चिकित्सा एवं बांझपन निवारण शिविर के उद्घाटन अवसर पर श्री कटारिया ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पशुपालन के धन्धे को पहले पिछड़ा माना जाता था, जो आज सफल व्यवसाय की ओर बढ़ रहा है, इसे और अधिक लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि कोरोना काल के दौरान सकल घरेलू आय में यदि कोई योगदान रहा है तो पशुपालन व्यवसाय का ही रहा है।

उन्नत नस्ल के पशुधन से पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनायें

श्री कटारिया ने कहा कि पशुपालक उन्नत पशुधन से अच्छी आय प्राप्त सकते है  उन्होने कहा कि कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय एक दूसरे के पूरक है पशुपालन के बिना जैविक खेती की परिकल्पना नही की जा सकती है। भूमि की उर्वरकता बनाये रखने के लिए रासायनिक खाद के स्थान पर गाय के गोबर की खाद का उपयोग करे। कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि मूक पशुओं की सेवा श्रेष्ठ सेवा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की दोहरी जिम्मेदारी चलते महिला कार्मिकों द्वारा समर्पण भाव से किये गये इस पुनित कार्य के लिए ये साधुवाद की पात्र है। महिला कार्मिकों की यह पहल इनके आत्म विश्वास में अभिवृद्वि के साथ-साथ और अधिक ऊर्जा एवं उत्साह से कार्य कर सकेंगी। श्री कटारिया ने कहा कि कँवर का बास गांव की श्री बालाजी गौ सेवा संस्थान में संचालित पशु चिकित्सा उपकेन्द्र के भवन निर्माण के लिए 12.00 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्हानें इस अवसर पर गौशाला की चारदीवारी के निर्माण के लिए 5.00 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा भी की।

और देखें :  भारतीय एवं यूरोपियन गायों में तुलनात्मक अंतर

शिविर के दौरान  245 पशुओं में बांझपन निवारण, 3723 पशुओं की चिकित्सा, 13 पशुओं में शल्य चिकित्सा, 60 ऊँटों की चिकित्सा, 1080 भेड बकरियों में फिडकिया रोग से बचाव हेतु टीकाकरण, 1419 पशुओं को कृमिनाशक दवा पिलायी गया। इस अवसर पर आयोजित महिला पशुपालक गोष्ठी में  महिलाओं ने भाग लिया। शिविर के दौरान पशुपालकों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराये जाने की दृष्टि से पशुपालन विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन कर उपयोगी जानकारी पर आधारित साहित्य का वितरण भी किया गया।

और देखें :  अप्रैल/ चैत्र माह में पशुपालन कार्यों का विवरण

उन्नत नस्ल के पशुधन से पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनायें

इस अवसर पर पशु पोषाहार संस्थान द्वारा पौष्टिक व प्रोटीन युक्त अजोला का प्रदर्शन करते हुए संतुलित पशु आहार के विषय में भी जानकारी दी गयी। राज्य रोग निदान केन्द्र द्वारा पशुओं के लिये गये रक्त व मल आदि नमूनों की जांच भी शिविर स्थल पर की गयी। इससे पूर्व ग्रामवासियों द्वारा श्री लालचन्द जी कटारिया का साफा बांधकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर झोटवाड़ा पंचायत समिति के प्रधान श्री रामप्रकाश जाट, गौशाला संरक्षक श्रवण रोलानियां दुर्जनियावास के सरपंच हरितवाल जी महावीर इन्टरनेशनल के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल सहित अनेक जन प्रतिनिधिगण एवं पशुपालन निदेशक डॉ. विरेन्द्र सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

यह लेख कितना उपयोगी था?

इस लेख की समीक्षा करने के लिए स्टार पर क्लिक करें!

औसत रेटिंग 5 ⭐ (34 Review)

अब तक कोई समीक्षा नहीं! इस लेख की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

और देखें :  पशुओं के ब्याने के समय और उसके तुरंत बाद की सावधानियां

हमें खेद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी नहीं थी!

कृपया हमें इस लेख में सुधार करने में मदद करें!

हमें बताएं कि हम इस लेख को कैसे सुधार सकते हैं?

Author

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*