पशुपालन

सर्दियों में डेयरी पशुओं की देखभाल

भारत एक कृषि प्रधान राष्ट्र है। भारत की अर्थव्यवस्था में मुख्य भूमिका निभाने वाला पशुपालन व्यवसाय कृषि का एक महत्तवपूर्ण अंग है। भारत विविधताओं का देश तो है ही जहाँ पर विभिन्न प्रकार के मौसम भी >>>

पशुओं की बीमारियाँ

मादा पशुओं में प्रसव अवरोध

मादा पशुओं में प्रसव के समय भ्रूण के बाहर निकलने मे अवरोध उत्पन्न हो जाता है। मादा पशु के द्वारा उत्याधिक जोर लगाने पर भी भ्रूण बाहर नही निकलता है। इस अवस्था में भ्रूण के सिर , पैर या शरीर का कुछ >>>

पशुपालन

ग्याभिन गाय-भैंस की देखभाल

जब एक व्यस्क मादा को कामोत्तेजना उपरांत गर्भधारण करवाया जाता है और उसमें उसके बाद कामोत्तेजना के लक्षण दिखायी नहीं देते हैं तो उसे गर्भित माना जाता है। फिर भी गर्भ को सुनिश्चित करने के लिए योग्य >>>

पशुओं की बीमारियाँ

दुधारू पशुओं में गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याएं एवं निदान

मानव जीवन में दूध की महत्वपूर्ण भूमिका हैं क्योकि “दूध एक सम्पूर्ण आहार है” इसकी प्रतिपूर्ति हेतु गायों और भैसों का स्वस्थ्य होना नितांत आवश्यक हैं। गर्भावस्था के दौरान होने वाली कुछ समस्याएं जैसे >>>

पशुपालन समाचार

माननीय मंत्री पशुपालन श्रीमती रेखा आर्या ने “बर्ड फ्लू के बचाव एवं रोकथाम” विषय पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ  किया

पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड द्वारा बर्ड फ्लू के बचाव एवं रोकथाम के विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। देहरादून में सर्वे चौक के समीप आई.आर.डी.टी. सभागर में उक्त प्रशिक्षण >>>

पशुपालन समाचार

बर्ड फ्लू: पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक

पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव की अध्यक्षता में 12 जनवरी, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक हुई जिसमें 17 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में राज्यों को सलाह दी गई कि वे कार्ययोजना 2021 के >>>

पशुपालन समाचार

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अच्छी तरह पकाया हुआ चिकन पूरी तरह से सुरक्षित है

आजकल कई देश के कई राज्यों में मृत कौओं में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है। बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत के बाद से ही लोगों में डर बढ़ गया है और इसका असर सीधे देश में पोल्ट्री व्यवसाय >>>

पशुपालन

शुष्क व पारगर्भित मादाओं का प्रबन्धन

शुष्क काल व पारगर्भित अवधि ऐसी अवधि होती है, जिसमें दुग्ध दोहन बंद करना, शुष्क मादा की देखभाल व ब्याने के बाद दोबारा मादा का दुग्ध दोहन किया जाता है। शुष्क मादा दो दुग्ध काल के बीच गर्भित मादा >>>

पशुओं की बीमारियाँ

पशु के ब्याने के पश्चात गर्भाशय का संक्रमण: (प्यूरपेरल मेट्राइटिस)

पशु के ब्याने के बाद, जेर रुकने के कारण गर्भाशय का संक्रमण अर्थात प्यूरपैरल मेट्राइटिस हो सकती है। पशु के ब्याने के बाद भूरे रंग का बिना बदबूदार स्राव सामान्य रूप से आता है। अतः पशु के ब्याने के >>>

पशुपालन

दुधारू गायों और भैंसों में प्रसवोत्तर 100 दिन का महत्व

पशुपालकों के लिए गाय/भैंस के ब्याने के बाद (प्रसवोत्तर) 100 दिन की अवधि अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इन्हीं दिनों में डेयरी व्यवसाय से होने वाले लाभ का निर्धारण होता है। इन 100 दिनों में पशु >>>

पशुओं की बीमारियाँ

ब्याने के बाद हीमोग्लोबिनुरिया/ लाल पानी/ लहूमूतना एक खतरनाक बीमारी

स्वस्थ व अधिक दूध देने वाली गायों एवं भैंसों मे हिमोग्लोबिनुरिया एक प्रमुख रोग है जिसे हाइपोफॉसफेटीमिया भी कहते हैं। यह एक उपापचयी रोग है जिसमें रक्त का हीमोग्लोबिन अधिक टूट जाने व नष्ट होने से वह >>>

पशुपालन

पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा द्वारा संचालित पशुपालक हितैषी योजनाएं

दशकों से पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग, हरियाणा ने पशुपालन व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ पहुचाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं को लागू किया है। समाज व राष्ट्र की सामाजिक व आर्थिक स्थिती सुधारने >>>

डेरी पालन

स्वच्छ दुग्ध उत्पादन (Clean Milk Production)

स्वच्छ दुग्ध उत्पादन (Clean Milk Production) दूध एक सम्पूर्ण आहार है जिसका जीवनकाल अल्प अवधि का होता है। दूध किसी भी जीव के लिए एक पौष्टिक आहार है। यदि दूध में जीवाणुओं की संख्या ज्यादा होती है >>>

डेरी पालन

देशी घी के रंग को प्रभावित करने वाले कारक

खाद्य पदार्थों की पसंद को प्रभावित करने वाले कारकों में से उनके रंगों का महत्वपूर्ण स्थान है। दूध के संवेदी गुण जैसे कि दिखावट, बनावट, रंग, स्वाद और सुगंध आदि उत्पाद की गुणवत्ता और उपभोक्ता स्वीकृति >>>