वाणिज्यिक खेती को प्रभावित करने वाले कारक
भारत में, आज की अवधि महानगरों और बड़े शहरों के शहरी और पेरी-शहरी क्षेत्रों में वाणिज्यिक डेयरी फार्मों की बढ़ती संख्या के रूप में उभर रही है। >>>
भारत में, आज की अवधि महानगरों और बड़े शहरों के शहरी और पेरी-शहरी क्षेत्रों में वाणिज्यिक डेयरी फार्मों की बढ़ती संख्या के रूप में उभर रही है। >>>
बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में इनर व्हील क्लब, पटना द्वारा सेनेटरी वेंडिंग मशीन और नैपकिन डिस्लपोजल मशीन लगायी गयी। नैपकिन वेंडिंग और डिस्पोजल मशीन का उद्घाटन इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष उषा सिन्हा और डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन शीला रंजन ने किया। >>>
पशुओं से मनुष्यों में अथवा मनुष्यों से पशुओं में फैलने वाले रोगों को पशु जन्य रोग या जूनोटिक रोग कहते हैं। इस प्रकार के रोग सघन संपर्क, वायु, पशुओं के काटने से, कीटों के काटने आदि से फैलते हैं। >>>
खुरपका मुंहपका रोग अर्थात एफएमडी और संक्रामक गर्भपात अर्थात ब्रूसेलोसिस जैसी पशुओं की अति खतरनाक बीमारियों का समूल उन्मूलन करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम का प्रारंभ भारत सरकार द्वारा किया गया है। >>>
जो मादा पशु पहली बार बच्चा दे रहा है अर्थात ओसर में पहली बार बच्चा देने पर अयन में एडिमा होने से तनाव आ जाता है और दूध नहीं उतरता है। इस स्थिति में एक बार >>>
सामान्य तौर पर बकरी को गरीबों की गाय कहा जाता है। बकरी निर्धन, भूमिहीन एवं सीमांत किसानों के लिए निमित आय का स्रोत है। बकरी पालन किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय है। >>>
मार्च/ फाल्गुन पशुशाला की सफाई व पुताई करें। नर पशुओं का बधियाकरण कराएं। खेतों में चरी सूडान तथा लोबिया की बुवाई करें। गाय भैंस व बकरी का क्रय करें। मौसम में परिवर्तन से पशुओं का बचाव करें। >>>
अकौता या एक्जीमा-त्वचा रोग पशुओं की त्वचा पर होने वाला एक असंक्रामक सोजश रोग होता है। इससे प्रभावित पशु के शरीर के प्रभावित स्थान पर पपड़ीदार दरारें पड़ जाती है। प्रभावित पशु को खुजली का अनुभव होता >>>
मुर्गियों में होने वाले सामान्य रोग का प्रभाव मुख्यतः एक या दो मुर्गियों तक ही सीमित रहता है। इनके द्वारा यह रोग फैलता नहीं है तथा महामारी के रूप में नहीं होता है। मुर्गियों में होने वाले कुछ प्रमुख >>>
राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि पशुओं से गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्राप्त करने के लिए उन्हें अच्छा पोषण भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि पशुधन संरक्षण के लिए समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। >>>
सोसाइटी ऑफ़ एनिमल फिजियोलॉजिस्ट ऑफ़ इंडिया (SAPI) का 29 वें वार्षिक सम्मेलन की मेजबानी बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा किया गया, इस सम्मेलन में देश भर से कई प्रख्यात एनिमल फिजिओलॉजिस्ट ने >>>
रेबीज एक घातक बीमारी है, जो कि एक विषाणु के कारण होती है। ये विषाणु संक्रमित पशुओं के लार में पाया जाता है। यह एक पशुजन्य रोग यानि जूनोटिक बीमारी है। जो बीमारी इंसानों से जानवरों और जानवरों से इंसान >>>
भारत जैसे कृृषि प्रधान देश में पशुपालन एक अहम आजीविका का स्रोत है। पशु धन क्षेत्र में निरन्तर प्रगति ने भारत को दुनिया भर में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बनाया है। राष्ट्र के विकास हेतु दुग्ध >>>
पहाड़ों से पलायन एक अत्यंत गंभीर समस्या है और प्रायः यह देखा गया है कि पहाड़ों से एक बड़ी संख्या में लोग शहरों की तरफ नौकरी की तलाश में जाते हैं। कभी कभी ऐसा भी देखने को मिलता है कि शहर की नौकरी से >>>