कृषि मंत्रणा परियोजना के अंतर्गत आज बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना (बिहार) में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन हुआl कार्यक्रम के दौरान किसानों एवं किसान प्रतिनिधियों को सरल और आम भाषा में कृषिमंत्रणा ऐप का प्रयोग की जानकारी दी गई l सम्बंधित एप्लीकेशन भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित हैl इस एप्लीकेशन में आम जन स्वयं को अपने मोबाइल नंबर से बहुत ही सरलता के साथ पंजीकृत कर सकते है जो कि बिलकुल मुफ्त होता हैl कार्यशाला प्रशिक्षण के दौरान किसानों को यह भी बतलाया गया की आप अपने दैनिक जीवन में कृषि एवं पशुपालन संबंधित सभी प्रकार के स्वस्थ, आहार एवं पशु-कृषि सम्बंधित बीमारियों को कृषिमंत्रणा एप्लीकेशन पर बोल कर या लिख कर पुछ सकते है और तुरंत हीं अपनी भाषा हिंदी एवं बांग्ला में सम्बंधित प्रश्न का उत्तर पा सकते हैंl
आज के इस कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद से आये 30 किसानों ने इस अनुप्रयोग की विस्तृत जानकारी एवं प्रश्नोत्तर के माध्यम से ध्वनि रिकॉर्डिंग करवाया। किसानों ने कृषि मंत्रणा ऐप के द्वारा अपने मोबाइल से पशुपालन संबधी अनेको प्रश्न पुछे तथा उनके संतोषजनक समाधान प्राप्त किये। किसानों ने इस अनुप्रयोग की काफी सराहना की तथा इसे आपातकाल में लाभप्रद बताया। इस कार्यशाला में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मंत्रणा परियोजना के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. बसन्त कुमार झा का ने विस्तार से इसके प्रायोगिक पहलू पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय के परियोजना, प्रभारी डॉ. पंकज कुमार ने मोबाइल एप से ध्वनि रिकार्डीगं तथा उनके समस्याओं का समाधान करवाया। कार्यशाला में बासु के वैज्ञानिक डा० सरोज कुमार रजक, डॉ. पुष्पेन्द्र कुमार सिहं तथा एस०आर०एफ० प्रभात शंकर एवं आदित्य राज ने अपने विचार रखे। डॉ. पंकज कुमार ने बताया की कृषि मंत्रणा परियोजना अप्रैल माह से देश के किसानों के लिए पूर्ण रूपेण चालू कर दी जाएगी।
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