7 सितम्बर 2019: केन्द्रीय पशुपालन राज्य मंत्री श्री प्रताप चन्द्र सारंगी ने आज यहाँ भारतीय पशुपालन एसोसिएशन की 29वीं कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए कहा कि गौ-संरक्षण मानव जीवन के लिये बहुत जरूरी है। गौ-वंश से प्राप्त विभिन्न उत्पाद जीवन-रक्षक साबित हो चुके हैं। श्री सारंगी ने गौ-संरक्षण के लिये मध्यप्रदेश में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहाकि गौ-संरक्षण के लिये समाज के सभी वर्गों को राजनीतिक सोच से ऊपर उठकर काम करना चाहिये।
पशुपालन और डेयरी उद्योग में उन्नत तकनीक को बढ़ावा
केन्द्रीय पशुपालन राज्य मंत्री श्री संजीव कुमार बालियान ने बताया है कि पशुपालन और डेयरी उद्योग को लाभकारी बनाने के लिये उन्नत तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में उद्यमियों को आकर्षित करने के लिये पीपीपी मोड पर प्रोजेक्ट क्रियान्वित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। श्री बालियान आज यहाँ 29वीं भारतीय वेटनरी कॉन्फ्रेंस के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि पशुधन का संरक्षण मानव जीवन और पर्यावरण संतुलन के लिये बहुत जरूरी है। वेटनरी डॉक्टर्स और विशेषज्ञों को यह बात समझते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिये। पशुधन संरक्षण में समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास भी करना चाहिये।
अगले डेढ़ वर्ष में प्रदेश के समस्त निराश्रित गौ-वंश का करेंगे व्यवस्थापन- मंत्री श्री यादव
पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने बताया कि प्रदेश में हाईटेक गौ-शालाएँ बनायी जा रही हैं। राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में गौ-संरक्षण को विशेष महत्व दिया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि लगभग 1026 गौ-शालाएँ बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। श्री यादव ने गौ-संरक्षण प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में केन्द्र सरकार से आर्थिक सहयोग का आग्रह किया।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कान्फ्रेंस में भाग ले रहे देश के 20 राज्यों के पशुपालन विशेषज्ञों का स्वागत किया। श्री शर्मा ने कहा कि कॉन्फ्रेंस में प्राप्त सुझावों पर अमल के बारे में राज्य सरकार गंभीरतापूर्वक विचार करेगी। अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री मनोज श्रीवास्तव, संचालक पशुपालन डॉ. आर. रोकड़े, एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एस. शर्मा तथा प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ. उमेश शर्मा ने भी संबोधित किया।
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